सीएए धार्मिक बर्बरता से कराहते घावों पर संजीवनी लेप : योगी

ByNaya India,
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सीएए धार्मिक बर्बरता से कराहते घावों पर संजीवनी लेप : योगी
लखनऊ। भगवा वस्त्र को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के बयान पर करारा पलटवार करते हुये उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) का विरोध कर बेनकाब हुये लोगों को समझ लेना चाहिये कि यह कानून धार्मिक बर्बरता से कराहती मानवता के घावों पर संजीवनी लेप लगायेगा। योगी ने ट्वीट कर कहा “ सीएए पाकिस्तान,बांग्लादेश और अफगानिस्तान में धार्मिक बर्बरता के प्रहार से कराहती मानवता के घावों पर संजीवनी लेप एवं शरणागत के प्रति प्रभु श्री राम की उदारता का अनुगमन एवं पीड़ित समुदायों को सम्मानित जीवन देने का मार्ग है। प्रधानमंत्री को इसके लिये धन्यवाद। ”
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सीएए को लेकर कांग्रेस पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाते हुये योगी ने लिखा “नागरिकता संशोधन कानून के बारे में झूठ और भ्रम पैदा कर अशांति फैलाने वाले बेनकाब हो गए हैं। वोट बैंक की राजनीति के लिए एक समुदाय में यह दुष्प्रचार किया जा रहा है कि यह उनसे देश की नागरिकता छीन लेने का कानून है लेकिन सभी अब सचेत हैं।” मुख्यमंत्री ने कहा “ नागरिकता संशोधन कानून देश की सुरक्षा के लिए उठाया गया एक ऐतिहासिक कदम है। यह कानून किसी व्यक्ति, जाति, मत, मजहब के खिलाफ नहीं है, बल्कि यह भारत के हित में भारत के प्रत्येक नागरिक को सुरक्षा प्रदान करने के लिए है।” गौरतलब है कि कांग्रेस की उत्तर प्रदेश की प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भगवा वस्त्र धारण करने की मर्यादा का पालन करने की नसीहत देते हुए सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि भगवा पहनने वाले व्यक्ति में बदले की भावना की कोई जगह नहीं होती है।
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उन्होने कहा था कि मुख्यमंत्री ने बदले की भावना से काम करने वाला बयान दिया है। वह रंजिश की बात करते हैं और जनता से बदला लेने का बयान देते हैं। उन्होंने यह धमकी उन लोगों को दी है जिन्होंने नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में हुए प्रदर्शनों में हिस्सा लिया था। उनकी सरकार इन घटनाओं मारे गये लोगों के परिजनों से मिलने से रोकती है। योगी आदित्यनाथ भगवा वस्त्र धारण करते हैं और उन्हें समझना चाहिए कि इन वस्त्रों को पहने वाला व्यक्ति कभी रंजिश नहीं रखता है और ना ही वह बदले की भावना से काम करता है। भारतीय पंरपरा में इन वस्त्रों को धारण करने वाला व्यक्ति भगवा पहनने के बाद उसी मर्यादा के अनुकूल चलता है। मुख्यमंत्री भी भगवा पहनते हैं इसलिए उन्हें इसकी परंपरा का अनुसरण करते हुए भगवा की मर्यादा को बनाए रखना चाहिए।

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