agriculture

  • खरगोन में उद्यानिकी ने बदली युवा किसान की जिंदगी

    भोपाल। वक्त बदलने के साथ नई पीढ़ी के काम का अंदाज भी बदल रहा है। इसका उदाहरण हैं मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के खरगोन (Khargone) के रवि पाल (Ravi Pal)। उनके परिजन पारंपरिक खेती करते थे, मगर रवि ने उद्यानिकी फसलों में हाथ आजमाए और उनके इस प्रयास ने सब कुछ बदल दिया। वर्तमान में उनके उत्पाद को बड़ा बाजार तो मिला ही है, साथ में मुनाफा भी खूब हो रहा है। खरगोन जिले के कसरावद जनपद के टिगरिया गांव के रवि पाल (Ravi Pal) ने नई सोच और शासन के संसाधन व प्रशासन के मार्गदर्शन से उद्यानिकी फसलों के...

  • कृषि की बेहतरी के लिए युवा योगदान दें: तोमर

    जयपुर। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) ने कहा है कि कृषि क्षेत्र (agriculture sector) की बेहतरी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के नेतृत्व में सरकार विभिन्न योजनाओं के माध्यम से लगातार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि देश में कृषि क्षेत्र को और फायदे में लाने तथा गांवों को अधिक समृद्ध बनाने के लिए कृषि से जुड़े विद्यार्थी (Students) एवं युवा (youth ) भी अपना योगदान दें। जयपुर के चौधरी चरण सिंह राष्ट्रीय कृषि विपणन संस्थान (Chaudhary Charan Singh National Institute of Agricultural Marketing) (नियाम) के स्नातकोत्तर ‘डिप्लोमा इन एग्री...

  • कृषि क्षेत्र में 4.6 प्रतिशत की वृद्धि

    नई दिल्ली। देश के कृषि क्षेत्र (agriculture sector) में छह वर्षों में 4.6 प्रतिशत की औसत वार्षिक वृद्धि दर के साथ वृद्धि दर्ज की गई है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) द्वारा मंगलवार को संसद (Parliament) में पेश आर्थिक सर्वेक्षण (Economic Survey) 2022-23 में कहा गया है कि इसने कृषि और संबद्ध गतिविधियों के क्षेत्र को देश के समग्र विकास व खाद्य सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान देने में सक्षम बनाया है। इसके अलावा हाल के वर्षों में देश कृषि उत्पादों के निर्यातक के रूप में उभरा है। इसका निर्यात 2021-22 में 50.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर के रिकॉर्ड को...

  • झारखंड में बजट का सिर्फ 44 फीसदी राशि ही खर्च

    रांची। झारखंड में हेमंत सोरेन (Hemant Soren) सरकार आगामी वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए बजट बनाने की तैयारियों में जुटी है, लेकिन चालू वित्त वर्ष में राज्य के सालाना बजट (annual budget) की मात्र 44.19 प्रतिशत राशि ही खर्च हो पाई है। जानकार बताते हैं कि ढाई-तीन महीने के भीतर 56 फीसदी राशि खर्च कर पाना किसी हाल में मुमकिन नहीं है। पिछले महीने इस मुद्दे पर हुई उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में सभी विभागों को योजना मद की राशि के उपयोग में तेजी लाने का निर्देश दिया गया था, लेकिन इसके बावजूद योजनाओं को धरातल पर उतारने की रफ्तार में...