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छोटे कर्जदारों को छोटी राहत!

ByNI Desk,
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छोटे कर्जदारों को छोटी राहत!
मुंबई। कोरोना वायरस की दूसरी लहर में तेजी से बढ़ते संक्रमण और राज्यों में लगाए जा रहे लॉकडाउन को देखते हुए रिजर्व बैंक ने आम लोगों और छोटे कारोबारियों को राहत देने की घोषणा की है। बुधवार को अचानक बुलाई गई प्रेस कांफ्रेंस में भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने ऋण के पुनर्गठन की योजना एक बार फिर शुरू करने का ऐलान किया। उन्होंने कोराना वायरस से लड़ाई से जुडी सेवाओं और उत्पादों के लिए 50 हजार करोड़ रुपए के कर्ज का ऐलान भी किया। रिजर्व बैंक ने ने 25 करोड़ रुपए तक कर्ज लेने वाले व्यक्तिगत, छोटे उधारकर्ताओं को ऋण के पुनर्गठन यानी लोन रिस्ट्रक्चरिंग का दूसरा मौका दिया, ऐसे बिजनेस जिन्होंने पहले फ्रेमवर्क के तहत इसका फायदा नहीं उठाया था, जो अब वो इस योजना का फायदा उठा सकते हैं। इस योजना के तहत 25 करोड़ तक का कर्ज लेने वाले छोटे व्यापारियों सहित एमएसएमई सेक्टर यानी कि सूक्ष्म, लघु और मझोले कारोबारी इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। शक्तिकांत दास ने कहा कि छोटे व्यापारियों और एमएसएमई इस वक्त सबसे ज्यादा दबाव में चल रहे हैं, उन्हें राहत देने के लिए रिजोल्यूशन फ्रेमवर्क दो तैयार किया गया है। उन्होंने बताया कि इस प्रस्तावित फ्रेमवर्क के तहत रिस्ट्रक्चरिंग के लिए 30 सितंबर तक अपील की जा सकती है और इसे अगले 90 दिनों के भीतर लागू करना होगा। जिन लोगों ने पहली बार मोराटोरियम का फायदा लिया था, उनके लिए रिजर्व बैंक ने कर्ज देने वाली संस्थाओं को अनुमति दी है कि वो अब ऐसी योजनाओं के तहत मोराटोरियम पीरियड बढ़ाने या इसकी अवधि को कुल दो साल तक बढ़ाने का कदम उठा सकते हैं।
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