नई दिल्ली। उबर ने सवारियों की सुरक्षा को और पुख्ता करने एवं उनकी सहूलियतें बढ़ाने के लिहाज से तीन नये उपाय करने की बुधवार को घोषणा की। उबर के वरिष्ठ निदेशक (वैश्विक सुरक्षा उत्पाद) सचिन कंसल ने कहा कि सवारियों की सुरक्षा के प्रति उनकी कंपनी पहले से ही बहुत गंभीर है और मिल रहे सुझावों और अनुभवों के आधार पर इसे और पुख्ता करने के निरन्तर प्रयास करती रहती है। इस क्रम में सवारी को यथोचित वाहन मिलना सुनिश्चित करने के लिए चार अंकों वाला प्रामाणिक कोड जारी करना शुरू किया गया है।
इस कोड के बिना सवारी की यात्रा शुरू नहीं होगी। यह सुविधा आज से शुरू हो गयी है। कंसल ने कहा कि उबर जल्द ही सवारी और चालक को पूरी यात्रा का विवरण रिकार्ड करने की भी सुविधा की शुरुआत करेगा। उन्होंने कहा कि यदि सवारी और चालक यात्रा के दौरान असहज महसूस करते हैं तो वे अपनी वार्तालाप को उबर एप के माध्यम से रिकार्ड कर सकते हैं और जरूरत समझने पर उसे उबर को भेज सकते हैं। इस रिकॉडिंग को एक बार सबमिट कर देने के बाद सिर्फ उबर ही इसे सुन सकती है।
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यह सुविधा अभी परीक्षण के दौर में है। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही उबर यात्रा में रुकावट और अनावश्यक रूप से वाहन रोके जाने को भी चेक करने का प्रावधान कर रही है। उन्होंने कहा कि सवारी के मोबाइल फोन नंबर, पते और पहचान आदि की सुरक्षा उबर की सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसका पूरा ख्याल रखा जा रहा है। सवारी की निजी जानकारियां किसी भी तरह से चालक या अन्य किसी को लीक नहीं हो पाएंगी। कंसल ने कहा कि उबर ने मानस फाउंडेशन के साथ साझेदारी की है।
इसके तहत चालकों के साथ कार्यशाला आयोजित करके उन्हें महिला सुरक्षा के प्रति जागरुक किया जाता हैं। इस कड़ी में 50 हजार चालकों को प्रशिक्षित किया गया है। उन्होंने कहा कि उबर सवारियों की सहूलितयतें बढ़ाने और उनकी सुरक्षा के उपायों को और पुख्ता करने के निरन्तर प्रयास करती रहेगी। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने इस मौके पर कहा कि आयोग यात्रा के दौरान महिलाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता दिये जाने की हमेशा से वकालत करता रहा है। उन्होंने कहा कि उबर और मानस फाउंडेशन महिलाओं की सुरक्षा और पुख्ता करने के निरन्तर उपाय कर रही है। यह जानकर उन्हें बड़ी प्रसन्नता हुई है।