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हिमस्खलन के कारण त्रिशूल पर्वत पर चढ़ाई के लिए जा रहे नेवी के 5 जवान लापता...(Video)

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हिमस्खलन के कारण त्रिशूल पर्वत पर चढ़ाई के लिए जा रहे नेवी के 5 जवान लापता...(Video)
नई दिल्ली |  Mount Trishul Navy Wing : माउंट त्रिशूल के आरोहण के दौरान एक दुखद खबर सामने आई है. जानकारी मिली है कि चमोली में हिमस्खलन की चपेट में आने के कारण नौसेना के पर्वतारोही दल के 5 जवान इसकी चपेट में आ गए. सूचना मिलने के तुरंत बाद उत्तरकाशी स्थित नेहरू पर्वतारोहण संस्थान से रेस्क्यू टीम बचाव कार्य के लिए त्रिशूल छोटी रवाना हो गई. इस संबंध में जानकारी देते हुए कर्नल अमित बिष्ट ने बताया कि उन्हें यह सूचना नेवी विंग के एडवेंचर विंग से आज सुबह 11:00 बजे मिली. इसके बाद उन्होंने हमसे रेस्क्यू के लिए मदद मांगी थी. कर्नल ने बताया कि नौसेना के पर्वतारोहियों का 20 सदस्यों का दल 15 दिन पहले 7120 मीटर ऊंची चोटी पर चढ़ाई के लिए गया था. इसी दौरान ही हादसा हुआ है. इसकी चपेट में 5 जवान आ गए हैं.

लापता हैं सभी 5 जवान

Mount Trishul Navy Wing : जानकारी के अनुसार पर्वतारोही दल के साथ यह हादसा शुक्रवार की सुबह 5:00 बजे हुआ है. बताया जा रहा है कि अभी तक रेस्क्यू टीम पांचों में से किसी भी पर्वतारोही का पता नहीं लगा पाई. सभी पर्वतारोही अभी लापता हैं. बता दें कि चमोली जनपद की सीमा में स्थित कुमाऊ के बागेश्वर जनपद में है. यहां की चोटियों के तीन समूह होने के कारण है त्रिशूल कहते हैं. इसे भी पढ़ें - चिकित्सा मुफ्त तो शिक्षा क्यों नहीं ?

2005 में लापता जवान का मिला था शव

Mount Trishul Navy Wing : बता दें कि हिमस्खलन के बाद लापता होने वाले जवानों को ढूंढना आसान नहीं होता. 22 सितंबर के दिन विजय हर्ष के मौके पर गंगोत्री हिमालय की सबसे ऊंची चोटी की चढ़ाई के लिए एक दल रवाना हुआ था. इस दौरान 2005 में लापता हुए जवान अमरीश त्यागी का शव बरामद हुआ था. अमरीश ऑर्डिनेंस कोर के नायक के पद पर तैनात हैं और वह मोदीनगर गाजियाबाद के रहने वाले थे. इसे भी पढ़ें-एलोन मस्क के स्टारलिंक का लक्ष्य दिसंबर 2022 से भारत में ब्रॉडबैंड सेवा प्रदान करना है
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