इंडिया ख़बर

Bihar Politics : बरसी में केंद्रीय मंत्री पारस ने छूए भाभी के पैर, लेकिन भतीजे चिराग से बनाई रखी दूरी...

Share
Bihar Politics : बरसी में केंद्रीय मंत्री पारस ने छूए भाभी के पैर, लेकिन भतीजे चिराग से बनाई रखी दूरी...
पटना | Bihar Politics Chirag-Paras : बिहार की राजनीति में चाचा-भतीजा के विवाद के बाद भूचाल आ गया था. केंद्रीय खाद्य विभाग प्रसंस्करण उद्योग मंत्री पशुपति पारस और पूर्व देवंगत केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान के बीच विवाद के बाद लोजपा टूट गई थी. दोनों के बीच का विवाद अब कभी खत्म होता नहीं दिखता है. खाना की चिराग पासवान ने अपने स्तर पर इस विवाद को खत्म करने के हर संभव प्रयास किए. उसके लिए चिराग कई बार चाचा पारस पासवान के पास मिलने भी पहुंचे. लेकिन हर बार चिराग पासवान के हाथ निराशा ही लगी. रविवार को रामविलास पासवान की पहली बरसी के मौके पर भी दोनों के बीच की दूरी बहुत कुछ कह गई. बरसी के मौके पर रामविलास पासवान के भाई पारस पासवान पासवान पहुंचे थे. उन्होंने अपनी भाभी यानी कि दिवंगत रामविलास पासवान की पत्नी के पैर छूकर आशीर्वाद लिये. हालांकि इस दौरान वे चिराग पासवान से दूर ही नजर आए. Bihar Politics Chirag-Paras :

पूजा के दौरान भी दिखी दूरी

Bihar Politics Chirag-Paras : बरसी के पूरे कार्यक्रम के दौरान चाचा भतीजे के बीच टकराव की स्थिति साफ देखने को मिली. ऐसे कई मौके आए जब यह साफ दिख रहा था कि चाचा पारस सिर्फ औपचारिकता निभाने पहुंचे थे. बरसी कार्यक्रम के दौरान भी जब पारस पासवान ने अपने दिवंगत भाई की तस्वीर पर माल्यार्पण किया तो चिराग और समय वहां मौजूद नहीं रहे. यही हाल पूजा में भी देखने को मिला. दोनों एक-दूसरे से नजरें चुराते और दूरी बनाते हुए दिखाई दिए. बरसी के मौके पर रामविलास पासवान की पहली पत्नी भी पहुंची थी. इसे भी पढ़ें -Kiara Advani की ये Duplicate आपको भी कर देगी कंफ्यूज, नहीं पहचान पाएंगे कौन असली, कौन नकली ? Watch Video

बरसी के कार्ड पर था नाम, लेकिन नहीं पहुंचे प्रिंस राज

Bihar Politics Chirag-Paras : पारस पासवान बरसी के मौके पर अपने बेटे यश राज के साथ मौजूद थे. लेकिन पूरे कार्यक्रम के दौरान कहीं भी रामचंद्र पासवान के पुत्र सांसद प्रिंस राज और कृष्ण राज नहीं दिखाई दिए. बता दें की बरसी कार्यक्रम को लेकर जो कार्ड छपाया गया था उसमें चाचा पारस के साथ ही चचेरे भाई प्रिंस राज का भी नाम अंकित कराया गया था. चिराग पासवान खुद चाचा पारस को निमंत्रण देने गए थे. इससे साफ था कि वह अपने पारिवारिक कलह को खत्म करना चाहते हैं. हालांकि नाही पारस पासवान और ना ही प्रिंस राज की ओर से इस तरह की कोई पहल दिखी. [web_stories title="false" excerpt="false" author="false" date="false" archive_link="true" archive_link_label="" circle_size="150" sharp_corners="false" image_alignment="left" number_of_columns="1" number_of_stories="20" order="DESC" orderby="post_date" view="circles" /] इसे भी पढ़ें-टी20 वर्ल्ड कप के बाद विराट कोहली की जगह लेंगे भारत के सीमित ओवरों के कप्तान रोहित शर्मा: रिपोर्ट
Published

और पढ़ें