ताजा पोस्ट

सुखजिंदर सिंह रंधावा को पछाड़ Charanjit Singh Channi बने पंजाब के नए मुख्यमंत्री

ByRahul Kumar Tamboli,
Share
सुखजिंदर सिंह रंधावा को पछाड़ Charanjit Singh Channi बने पंजाब के नए मुख्यमंत्री
Punjab Chief Minister : पंजाब | बड़ी लंबी कशमकश पंजाब को नया मुख्यमंत्री मिल गया हैं। चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) के नाम पर मोहर लग गयी हैं। कुछ देर पहले खबर आई थी कि सुखजिंदर सिंह रंधावा को सीएम बनाया जा सकता है, लेकिन वह आखिरी में समय पर पिछड़ गए और हरीश रावत ने चरणजीत सिंह चन्नी के नाम की घोषणा कर दी हैं. रावत ने बताया कि विधायक दल के नेता चरणजीत सिंह चन्नी को बनाया गया है. अब चरणजीत सिंह चन्नी गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित (Banwarilal Purohit) से मुलाकात करेंगे और विधायकों के समर्थन पत्र उनको सौंपेंगे. पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत ने गवर्नर से इस मुलाकात का समय मांगा था, जिसके बाद गवर्नर हाउस ने साढ़े बजे का समय मुलाकात के लिए तय किया. Punjab Chief Minister : सूत्रों के हवाले से खबर है कि पंजाब में सीएम पद के लिए कांग्रेस में इंटरनल वोटिंग हुई, जिसमें सुनील जाखड़ को सबसे ज्यादा वोट मिले. वहीं सुखजिंदर सिंह रंधावा (Sukhjinder Singh Randhawa) दूसरे स्थान पर और परनीत कौर तीसरे स्थान पर रहीं. लेकिन पार्टी हाईकमान ने दलित चेहरे पर बड़ा दांव खेलते हुए चरणजीत सिंह चन्नी के नाम पर मुहर लगा दी. नए सीएम की रेस में अंबिका सोनी का नाम भी शामिल था. लेकिन उन्होंने खराब सेहत का हवाला देकर मुख्यमंत्री बनने से इनकार कर दिया था. उन्होंने सिख चेहरे को सीएम बनाने का सुझाव दिया था. इसे भी पढ़ें- भारत बायोटेक के कोवैक्सिन के लिए WHO आपातकालीन उपयोग के लिए 5 अक्टूबर तक देरी की संभावना पंजाब में हैं 58 फीसदी सिख मतदाता Punjab Chief Minister : बताते चलें कि पंजाब में सिख धर्म को मानने वाले मतदाताओं और निवासियों की संख्या 58 फीसदी है. यानी ज्यादातर लोग सिख धर्म को मानते हैं. जबकि 38 फीसदी मतदाता हिंदू धर्म से ताल्लुख रखते हैं और दलित जनसंख्या 32 फीसदी है. इतना ही नहीं, पंजाब में भी अभी तक जितने भी मुख्यमंत्री बने हैं, वो सभी सिख रहे हैं. सिर्फ तीन ही ऐसे मुख्यमंत्री आए जो हिंदू धर्म से थे. लेकिन पंजाब के सामाजिक ताना-बाना देखते हुए कांग्रेस हाईकमान ने अबकी बार एक ऐसे सिख नेता को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठाया है जो दोनों खेमों को मंजूर है. इसे भी पढ़ें-  पाकिस्तान के दोस्त का खुलकर करूंगा विरोध, कैप्टन अमरिंदर बोलें- एक मंत्रालय तो चला नहीं सके, राज्य क्या चलाएंगे ‘सिद्धू’ बताते चलें कि अमरिंदर सिंह ने शनिवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था और कहा था कि विधायकों की बार-बार बैठक बुलाए जाने से उन्होंने अपमानित महसूस किया, जिसके बाद उन्होंने यह कदम उठाया. [web_stories title="true" excerpt="false" author="false" date="false" archive_link="true" archive_link_label="" circle_size="150" sharp_corners="false" image_alignment="left" number_of_columns="1" number_of_stories="20" order="DESC" orderby="post_date" view="circles" /]
Published

और पढ़ें