राजनांदगांव। खैरागढ़ विधानसभा चुनाव कल मुख्यमंत्री के द्वारा जब घोषणा पत्र जारी किया गया उसके बाद से चौक चौराहा पर चर्चा का विषय यह है कि इस घोषणापत्र के जारी होने के बाद से ही जनता अपने विधानसभा क्षेत्र में होने वाले विकास कार्यों की घोषणा को देखते हुए कांग्रेस से चुनाव लड़ रही महिला प्रत्याशी यशोदा वर्मा के पक्ष में भरोसा दिखायेंगे ऐसा लग रहा है माहौल की खैरागढ़ में यशोदा वर्मा को वॉकओवर मिलने की संभावना है।
छत्तीसगढ़ प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने सवा तीन वर्ष के कार्यकाल में शायद ही ऐसा कोई माह होगा जब उन्होंने जनहित प्रदेशहित का ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़ के संस्कार, संस्कृति, प्रथा व खान पान को लेकर प्राथमिकता न दी हो। छत्तीसगढ़ी भाषा में बोलने वाले श्री बघेल सभी क्षेत्रों के लोगों का ध्यान रखने का प्रमाण दे रहे हैं।
इसी क्रम में कल जिले के खैरागढ़ विधानसभा क्षेत्र में होने वाले उपचुनाव को देखते हुए जिस ढंग से चुनावी घोषणा पत्र खैरागढ़ को जिला बनाने को लेते हुए 27 बिन्दुओं में घोषणा की है। इससे विपक्ष ही नहीं सत्ता पक्ष भी चकित है कि जिला बनाने के साथ ही विधानसभा क्षेत्र मेें शिक्षा, स्वास्थ्य, सडक़, बिजली, पानी को प्राथमिकता में रखा। खैरागढ़ राजपरिवार के अंतिम राजनीतिक राजा स्व. देवव्रत सिंह की प्रतिमा की स्थापना, चौक का नामकरण इत्यादि की घोषणा ने उपचुनाव क्षेत्र में मतदाताओं को ही चकित कर दिया है। कथित तौर पर गुटबाजी में रहने वाली कांग्रेस गुटबाज नेताओं के लिए भी सबक है कि अब क्षेत्र का विकास सचमुच में यशोदा वर्मा ही करेगी।
मुख्यमंत्री द्वारा कल रात जारी घोषणा पत्र के अनुसार महत्वपूर्ण 29 बिन्दुओं में खैरागढ़ को 24 घंटे के भीतर जिला निर्माण की औपचारिक घोषणा करना, इसमें संतुलन बनाये रखने के लिए नामकरण भी खैरागढ़, छुईखदान, गंडई रखे जाने की घोषणा की है। क्षेत्र के साल्हेवारा को तहसील का दर्जा, जालबांधा उप तहसील का दर्जा, खुलने वाले शासकीय कृषि महाविद्यालय का नाम रानी अवंति बाई लोधी के नाम करना, गहन आदिवासी बाहुल्य नक्सल क्षेत्र साल्हेवारा में तथा खैरागढ़ में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोलना प्रमुख है।