पटना | लोजपा के टूटने के बाद से अकेले पड़े चिराग पासवान की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है. बिहार के जमुई से सांसद चिराग पासवान अपने पिता की बनाई हुई अपनी पार्टी में ही अकेले पड़ गए हैं. लोजपा में पड़ी फूट के बाद पहली बार चिराग ने ट्विटर पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. चिराग ने लिखा है कि पापा की बनाई इस पार्टी और अपने परिवार को साथ रखने के लिए मैंने हर संभव प्रयास किया लेकिन मैं सफल रहा हूं. उसके आगे चिराग लिखते हैं कि पार्टी मां के समान है और मां के साथ धोखा नहीं करना चाहिए. उन्होंने कहा कि पार्टी में आस्था रखने वाले लोगों का मैं धन्यवाद देता हूं.
आगे की प्लानिंग पर कुछ नहीं बोले चिराग
पार्टी की फूट के बाद पहली प्रतिक्रिया में चिराग पासवान ने आगे की प्लानिंग के बारे में कुछ भी नहीं कहा. ऐसे में एक बार फिर से सियासी अटकलें लगनी चाहिए हो गई है. कुछ लोगों का मानना है कि अभी भी चिराग पासवान ही पार्टी के चेहरे हैं. जानकारों का मानना है कि देश भर में रामविलास पासवान के उत्तराधिकारी के रूप में आज भी चिराग पासवान को जाना जाता है. ऐसे में चिराग पासवान आने वाले समय में क्या निर्णय लेते हैं वह तो देखने वाली बात होगी. लेकिन बिहार विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार को खरी खोटी सुनाने वाले चिराग ने यह शायद ही सोचा होगा कि उनसे इस तरीके से बदला लिया जा सकता है.
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21 साल बाद पड़ी परिवार में दरार
28 नवंबर, 2000 को लोजपा के बनने के बाद से रामविलास पासवान ही पार्टी के सर्वेसर्वा रहे थे. उनके देहांत के बाद जब चिराग को कमान मिली तो शायद वो इसे संभील नहीं पाए और 21 सालों के बाद पारिवारिक फूट ने सबकुछ बगल दिया. विधानसभा चुनाव के दौरान चिराग ने कहा था कि वो मोदी जी के हनुमान हैं. इसके साथ ही बिहार चुनाव के दौरान नीतीश कुमार पर भी उन्होंने लगातार हमले किये थे. चिराग इस बात से अनभिज्ञ रहे कि उनके पीठ के पीछे नीतीश की क्या तैयारी चल रही थी.
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