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शिक्षा पर नहीं शराब नीति पर कार्रवाई

ByNI Political,
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शिक्षा पर नहीं शराब नीति पर कार्रवाई
यह बहुत मजेदार स्थिति है। दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के यहां सीबीआई ने शराब नीति को लेकर छापा मारा है। लेकिन अरविंद केजरीवाल से लेकर भगवंत मान तक और संजय सिंह से लेकर राघव चड्ढा तक मीडिया को बता रहे हैं कि सिसोदिया कितने अच्छे शिक्षा मंत्री हैं। अरविंद केजरीवाल ने तो उनको दुनिया का सबसे अच्छा शिक्षा मंत्री बताया तो भगवंत मान ने उनको भारत का अब तक का सबसे अच्छा शिक्षा मंत्री कहा है। अब सवाल है कि जब कार्रवाई शराब नीति को लेकर हो रही है तो बेस्ट शिक्षा मंत्री होने का ढिंढोरा पीटने की क्या जरूरत है? क्यों नहीं आम आदमी पार्टी के सारे नेता बता रहे हैं कि नई शराब नीति में कुछ भी गड़बड़ी नहीं हुई थी दिल्ली की नई शराब नीति पिछले साल नवंबर में लागू हुई थी और पिछले महीने जब उप राज्यपाल ने इसकी जांच सीबीआई को सौंपी तो दिल्ली सरकार ने कई तरह की बातें करते हुए नई शराब नीति को वापस लेने की घोषणा कर दी। सवाल है कि जब नीति सही है तो उसे लागू क्यों नहीं रहने दिया गया? इसमें गड़बड़ी और पैसे की लेन-देन की जांच सीबीआई और ईडी कर रही है और उसका जो भी नतीजा निकले वह अपनी जगह है। लेकिन पैसे की गड़बड़ी से इतर नई शराब नीति बहुत खराब थी। इस नीति के जरिए दिल्ली सरकार ने निजी कंपनियों को रिहायशी इलाकों में शराब की दुकानें खोलने की इजाजत दी। मनमाना डिस्काउंट देकर शराब की बिक्री बढ़ाने की इजाजत दी। ड्राई डे की संख्या घटा कर सिर्फ दो कर दी ताकि हर दिन लोगों को शराब मिल सके। बार-रेस्तरां में शराब परोसने की समय सीमा बढ़ाई। सोचें, क्या पूरी दिल्ली को शराबी बनाने का ठेका सरकार को मिला था?  सो, हो सकता है कि सिसोदिया बेस्ट एजुकेशन मिनिस्टर हों पर कार्रवाई तो नई शराब नीति को लेकर हो रही है!
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