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भगवान शिव की नगरी होगी जगमग, ‘अयोध्या’ के बाद अब Dev Deepawali पर ‘काशी’ में जलाए जाएंगे 15 लाख दीये, चमकेगा हर घाट

ByNI Desk,
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भगवान शिव की नगरी होगी जगमग, ‘अयोध्या’ के बाद अब Dev Deepawali पर ‘काशी’ में जलाए जाएंगे 15 लाख दीये, चमकेगा हर घाट
वाराणसी | Dev Deepawali 2021: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार दिवाली पर भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में दीपोत्सव कार्यक्रम के बाद अब देव दिवाली (Dev Diwali 2021) पर भगवान शिव की नगरी काशी में भव्य आयोजन कर रही है। अयोध्या में जहां 12 लाख दीये जला कर एक नया कीर्तिमान बनाया गया था। वहीं, अब काशी में 15 लाख दीये जलाने की योजना बनाई गई है। शहीद सैनिकों को भागीरथी शौर्य सम्मान और परिजनों को 51-51 हजार रुपये की सहायता दी जाएगी। भगवान शिव की नगरी में कन्याएं पहली बार मां गंगा की महाआरती उतारेंगी। गंगोत्री सेवा समिति की ओर गंगा आरती के इतिहास में पहली बार पांच कन्याएं आरती करेंगी। भगवान शिव की नगरी काशी होगी जगमग यूपी की योगी सरकार देव दिवाली पर भगवान शिव की नगरी काशी को जगमग करने की पूरी तैयारी में है। इसके लिए 15 लाख दियों को जलाया जाएगा और इन दियों को जलाने के लिए शिक्षकों को ड्यूटी पर लगाया गया है। ऐसे में देव दीपावली के विशेष उत्सव पर काशी का हर गंगा घाट जगमगा उठेंगा। देव दिवाली को लेकर अस्सी घाट से लेकर वाराणसी के घाटों तक की तैयारियां जोरो पर चल रही हैं। इस मौके पर आदिकेशव घाट से शुरू होकर अस्सी घाट पर समाप्त होने वाले सभी 84 घाटों पर दीये जलाएंगे। मां गंगा का 151 लीटर दूध से अभिषेक होगा और असंख्य दीप दान किया जाएगा। 108 किलो अष्ट धातु की मां गंगा की चल प्रतिमा का 108 किलो फूल से महाशृंगार किया जाएगा। ये भी पढ़ें:- कृषि कानूनों की जीत पर राहुल गांधी का बड़ा बयान, कहा – “सत्याग्रह ने अहंकार को हराया” लेजर शो-हॉट एयर बैलून-आतिशबाजी के साथ होगा बहुत कुछ इस संबंध में वाराणसी के नगर आयुक्त प्रणय सिंह जानकारी देते हुए बताया कि, देव दिवाली के मौके पर चेतन घाट एक लेजर शो की मेजबानी कर रहा है। हॉट एयर बैलून कल से शुरू कर दिए गए हैं जिनमें यहां आने वाले टूरिस्ट शिव नगरी काशी को निहार सकेंगे। इसके साथ ही अस्सी घाट पर आतिशबाजी का आयोजन भी होगा और विभिन्न घाटों पर मां गंगा की आरती होगी। ये भी पढ़ें:-  गुरुपुरब 2021: गुरु नानक जयंती कैसे मनाई जाती है, जानें तिथि, अनुष्ठान और यह दिन सिख समुदाय के क्यों महत्वपूर्ण है..
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