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Guru purnima celebration 2021 : 'सांकेतिक स्नान' का दावा फेल, गंगा स्नान के लिए टूट पड़े श्रद्धालु

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Guru purnima celebration 2021 : 'सांकेतिक स्नान' का दावा फेल, गंगा स्नान के लिए टूट पड़े श्रद्धालु
हरिद्वार। Guru purnima celebration 2021 : गुरु पूर्णिमा के मौके पर हरिद्वार के गंगा घाटों में बड़ी लापरवाही सामने आई है. हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने गंगा के घाटों पर भीड़ लगाई और गुरु पूर्णिमा के विशेष नाम के लिए नदी में डुबकी लगाई. इस दौरान श्रद्धालुओं ने ना तो सोशल डिस्टेंसिंग का ही ख्याल रखा और ना ही मास्क ही पहने हुए नजर आए. इतना ही नहीं प्रशासन द्वारा पिछले कई दिनों से कहा जा रहा था कि स्नान के लिए कोरोना के नेगेटिव रिपोर्ट कैरी करना जरूरी होगा. लेकिन आज गंगा के घाटों पर उमड़ी भीड़ से रिपोर्ट तक नहीं मांगी गई. पहले सरकार और प्रशासन की ओर से कहा गया था कि स्नान को सांकेतिक रखा जाएगा और हर की पौड़ी में लोगों को जमा नहीं होने दिया जाएगा. लेकिन इन दोनों ही दावों में सरकार और प्रशासन पूरी तरह फेल नजर आया. [caption id="attachment_168043" align="alignnone" width="500"]Guru purnima celebration 2021 : Filr Photo [/caption]

अब कावड़ यात्रा पर ध्यान

Guru purnima celebration 2021 : कुछ दिनों पहले उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड सरकार के बीच कावड़ यात्रा को लेकर बड़ा विवाद छिड़ गया था. हालांकि सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी कांवड़ यात्रा ना निकाले जाने पर सहमति दे दी थी. गुरु पूर्णिमा के मौके पर हरिद्वार के घाटों में उमड़ी भीड़ को देखकर लगता है कि एक बार फिर से उत्तराखंड सरकार को कावड़ यात्रा के विषय में सोचना होगा. हालांकि उत्तराखंड सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि इस वर्ष वह अपने राज्य में कांवड़ियों को आने की इजाजत नहीं देते हैं. सर्वोच्च न्यायालय ने भी कावड़ यात्रा पर रोक लगा दी है. लेकिन इसके बाद भी सरकार और प्रशासन को मिलकर लोगों को समझाने और जागरूक करने की आवश्यकता है. [caption id="attachment_168044" align="alignnone" width="500"]Guru purnima celebration 2021 : Filr Photo[/caption] इसे भी पढ़ें - Good News : बच्चों के लिए कोरोना की वैक्सीन को सितंबर तक मिलेगी हरी झंडी- डॉ. रणदीप गुलेरिया

गुरु पूर्णिमा के लिए भी लागू किया गया था नियम

यहां बता दें कि कावड़ यात्रा के पूर्व उत्तराखंड सरकार द्वारा गुरु पूर्णिमा के मौके पर भी वहीं नियम लागू किए गए थे जो कावड़ यात्रियों के लिए लागू किए गए हैं. इसके बाद भी प्रशासन और सरकार की बड़ी लापरवाही सामने आई है. सोशल मीडिया में कई ऐसी तस्वीरें वायरल है जिसमें कहा जा रहा है कि हर साल की अपेक्षा इस वर्ष उल्टे घाटों में स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या ज्यादा थी. इसे भी पढ़ें- राज कुंद्रा गिरफ्तारी के बाद पहली बार बोली शिल्पा शेट्टी, कहा – ‘मेरे पति हैं निर्दोष’ ये शख्स है गुनहगार
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