झारखंड

झारखंड में जातीय संगठन का अजीब फरमान

ByNI Desk,
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झारखंड में जातीय संगठन का अजीब फरमान
रांची। झारखंड (Jharkhand) में एक जातीय संगठन (Ethnic organization) ने हैरान करने वाला फरमान जारी किया है। खरवार भोक्ता समाज विकास संघ ने झारखंड सरकार के मंत्री सत्यानंद भोक्ता और उनके परिवार के बहिष्कार का एलान कर दिया है। मंत्री के पुत्र के अंतजार्तीय शादी हो रही है। जातीय संगठन का इसपर तीव्र एतराज है। उसका कहना है कि मंत्री जातीय परंपराओं को तोड़ रहे हैं। इधर मंत्री सत्यानंद भोक्ता (Satyanand Bhokta) ने जातीय संगठन के इस फरमान को हास्यास्पद करार दिया है। उन्होंने कहा है कि जो लोग मेरे बहिष्कार का एलान कर रहे हैं, वह खुद समाज से बहिष्कृत लोग हैं।  राष्ट्रीय जनता दल से ताल्लुक रखने वाले सत्यानंद भोक्ता चतरा के रहने वाले हैं। वह झारखंड (Jharkhand) सरकार में श्रम नियोजन एवं कौशल विकास मंत्री हैं। उनके पुत्र मुकेश बैठा (Mukesh Baitha) की शादी 8 दिसंबर को हो रही है। इसके पहले 7 दिसंबर को वैवाहिक आशीर्वाद समारोह में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) भी शिरकत करने वाले हैं। इधर वैवाहिक कार्यक्रमों के ठीक पहले खरवार भोक्ता समाज विकास संघ ने बैठक कर यह फरमान जारी कर दिया कि मंत्री सत्यानंद भोक्ता (Satyanand Bhokta) के पुत्र की शादी दूसरी जाति की लड़की से करने का फैसला हमारी जाति समाज की परंपराओं पर आघात है। खुद को खरवार भोक्ता समाज विकास संघ का केंद्रीय अध्यक्ष बताने वाले दर्शन गंझू ने बकायदा लिखित तौर पर फरमान जारी कर कहा है कि सत्यानंद भोक्ता के घर-परिवार के लोगों के साथ खरवार भोक्ता जाति के लोग कोई ताल्लुक नहीं रखेंगे।  उनके परिवार में होने वाले किसी भी शादी-विवाह, श्राद्ध आदि में इस जाति के लोग भाग नहीं लेंगे। यह भी कहा गया है कि जो लोग इस फरमान का उल्लंघन करेंगे, उन्हें भी जातीय समाज से निकाल दिया जाएगा। दूसरी तरफ मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने कहा है कि कुछ लोग जाति के नाम पर ठेकेदारी चलाना चाहते हैं। झारखंड में भोक्ता समाज की पहचान वे खुद हैं। हमारे यहां के वैवाहिक समारोह (Wedding Ceremony) में भोक्ता समाज सहित सभी जाति-धर्म के लोग शिरकत कर रहे हैं। बता दें कि झारखंड की भोक्ता जाति को भारत सरकार (Indian Government) ने हाल में अनुसूचित जनजाति में शामिल करने की अधिसूचना जारी की है। इसके पहले इसे अनुसूचित जाति का दर्जा हासिल था। (आईएएनएस)
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