झारखंड

शुगर फ्री आलू बन रहा झारखंड की पहचान

ByNI Desk,
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शुगर फ्री आलू बन रहा झारखंड की पहचान
रांची। मन में कुछ नया और अलग करने की चाहत हो और मंजिल की ओर कदम बढ़े तो कामयाबी की राह आसान हो जाती है और कुछ यही हाल पलामू में भी देखने को मिल रही है। समय के साथ-साथ पलामू कृषि के क्षेत्र में उन्नति की ओर बढ़ रहा है। प्रशासनिक सहयोग से किसानों का आत्मबल मजबूत हुआ है। सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ किसानों को मिले, इसके लिए कृषि विभाग भी कटिबद्ध है। बीज विनिमय एवं वितरण योजना अंतर्गत 50 प्रतिशत अनुदान पर विभिन्न फसलों का उन्नत बीज उपलब्ध कराये जाते हैं एवं किसानों के हितार्थ अन्य लाभकारी योजनाएं संचालित की जा रही है। सरकार के विभिन्न योजनाओं की जानकारी हेतु कार्यशाला सहित अन्य गतिविधियों के माध्यम से किसानों को जागरूक किया जा रहा है, ताकि कृषि योजनाओं का अधिकाधिक लाभ किसानों को मिल सके। ( Jharkhand Sugar Free Potato ) also read: यूक्रेन में फंसे हैं हजारों भारतीय नागरिक, यूपी के 3000 छात्र लगा रहे हैं गुहार… झारखंड के किसानों ने कृषि के क्षेत्र में अलग-अलग प्रयोग करते रहें हैं। कभी औषधीय पौधों की खेती, तो कभी काला धान एवं काला गेंहू की खेती कर चर्चा में रहते हैं। इस बार गांव के किसानों ने सुगर फ्री आलू एवं चिप्स बनाने वाली आलू की खेती की है। शुगर फ्री आलू की सोना फ्राई एवं चिप्स बनाने वाली कुफरी चिप्सोना-3 (चिप्सोना) प्रजाति को किसानों ने खेत में लगाया। फसल अच्छी थी, तो उत्पादन भी अच्छा ही हुआ। इसकी कोड़ाई कर खेत से निकाला गया, तो उत्पादन का आकलन भी सही निकला। दंगवार एवं डुमरहाथा के करीब आधा दजर्न से अधिक किसानों ने सामूहिक रूप से शुगर फ्री आलू तथा चिप्सोना प्रजाति के आलू लगाये। ( Jharkhand Sugar Free Potato ) 
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