नई दिल्ली | kisan Andolan Modi Govt : एक साल से भी लंबे समय से चलते आ रही किसान आंदोलन पर अभी भी सस्पेंस बरकरार है. बताया जा रहा है कि आज दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर होने वाली SKM की बैठक के बाद आंदोलन वापस लेने को लेकर अंतिम फैसला किया जा सकता है. इसके पीछे का कारण यह है कि किसान मोर्चा के पांच सदस्यों की कमेटी की सरकार के साथ बातचीत खत्म हो चुकी है. इसके बाद सभी नेता बैठक के लिए सिंघु बॉर्डर पहुंच गए हैं. उम्मीद की जा रही है कि अब जल्द ही किसान आंदोलन को लेकर कोई बड़ी घोषणा की जा सकती है.
We have accepted the revised draft given by the Centre over our demands in regard to farmers agitation against three farm laws. We will hold a meeting again tomorrow as soon we receive a formal letter from Centre. Protest is still underway: Gurnam Singh Charuni, BKU pic.twitter.com/U0f6l6GSY0
— ANI (@ANI) December 8, 2021
जारी रहेगा आंदोलन जब तक..
kisan Andolan Modi Govt : सिंघु बॉर्डर पर किसान मोर्चा की बैठक शुरू होने के बाद किसान नेता गुरनाम सिंह चढन्नी ने कहा कि जब तक सरकार हमारी सभी मांगें स्वीकार नहीं करती तब तक हम आंदोलन वापस नहीं लेंगे. उन्होंने कहा कि यदि हम आंदोलन अभी वापस ले लेते हैं तो फिर यदि सरकार मामले वापस ना लें तो किसानों को बहुत परेशानी होगी. उन्होंने कहा कि एक बार किसान एक हो चुके हैं दूसरी बार सबको जमा होने में काफी समय लग जाएगा. गुरनाम सिंह ने कहा कि सरकार को केस वापस लेने के मामले में समय सीमा घोषित कर देनी चाहिए.
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सरकार का शर्त रखना गलत है
kisan Andolan Modi Govt : संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य समिति में शामिल अशोक धवले ने कहा कि हम सरकार की बातचीत की पेशकश की सराहना करते हैं. उन्होंने कहा कि सरकार बातचीत तो कर रही है लेकिन लिखित में कुछ और ही दे रही है. उन्होंने कहा कि सरकार कहती है कि आंदोलन खत्म करने के बाद दर्ज किए गए मामले वापस लिए जाएंगे. सरकार का शर्त रखना गलत है. किसानों को भी ठंड में बैठना पसंद नहीं है इसलिए बातें साफ होनी चाहिए.
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