लखनऊ | Lakhimpur Khiri Latest News : लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में हुए हिंसक झड़प के बाद देशभर में किसानों का आक्रोश चरम पर था. एक समय तो यूपी सरकार के भी हाथ-पांव फूल गए थे. किसानों की मौत के बाद उत्तर प्रदेश सरकार के खिलाफ आक्रोश का माहौल था. विपक्षी पार्टियों के नेता भाजपा को अलग से परेशान करने वाले थे. अखिलेश यादव, शिवपाल यादव, जयंत चौधरी, प्रियंका गांधी, चंद्रशेखर आजाद सभी को लखीमपुर पहुंचने से पहले ही हिरासत में ले लिया गया. इन परिस्थितियों में सिर्फ एक ही नेता लखीमपुर पहुंच पाया उनका नाम था राकेश टिकैत. दूसरे शब्दों में कहें तो कहीं ना कहीं योगी सरकार की इच्छा से ही राकेश टिकट लखीमपुर पहुंच पाए.
#WATCH मृतकों के परिवार को 45 लाख रुपये का मुआवजा सरकार के द्वारा दिया जाएगा। घायलों को 10 लाख रुपये का अनुदान शासन द्वारा दिया जाएगा। मृतकों के घर के एक सदस्य को योग्यता के आधार पर नौकरी दी जाएगी: लखीमपुर खीरी में हुई घटना पर प्रशांत कुमार, ADG (क़ानून-व्यवस्था), उत्तर प्रदेश pic.twitter.com/gZSBFfcDxW
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 4, 2021
पोस्टमार्टम के लिए भी तैयार नहीं थे किसान
Lakhimpur Khiri Latest News : रविवार की देर रात राकेश टिकैत लखीमपुर खीरी के तिकुनिया के उस गुरुद्वारे का पहुंच गए जहां किसानों के शव रखे गए थे. किसानों की मांग की कि भाजपा के गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टीवी पर मुकदमा दर्ज हो और उनके बेटे को गिरफ्तार किया जाए. इसके साथ ही किसान किसी भी कीमत पर पोस्टमार्टम के लिए भी तैयार नहीं थे. उम्मीद की जा रही थी योगी सरकार के लिए बड़ी परेशानी होने वाली है. लेकिन राकेश टिकैत का भाव पहुंचना कई मायने में भाजपा के लिए राहत वाला रहा. बताया जा रहा है कि राकेश टिकट के नेतृत्व में ही सरकार और किसानों के बीच समझौता हो सका.
इसे भी पढ़ें- SC ने साफ किया, कोरोना से जान गंवाने वालों को मिलेंगे 50-50 हजार रूपये…
प्रधानमंत्री के दौर पर भी असर
Lakhimpur Khiri Latest News : बता दें कि 24 घंटे के बाद ही पीएम मोदी का दौरा भी होने वाला था. स्वाभाविक है कि ऐसे में योगी आदित्यनाथ और राज्य सरकार की परेशानियां बढ़ गई थी. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रशासन और भाजपा सरकार ने मिलकर इस मामले में राकेश टिकैत से बात की. कहा जा रहा है कि राकेश टिकैत इस मामले में भाजपा के संकट मोचन के रूप में प्रकट हुए. टिकैत के हस्तक्षेप के बाद ही किसान शांत हुए. जिसके बाद यूपी सरकार की ओर से 45 लाख का मुआवजा और अन्य सुविधाओं का ऐलान किया गया.
इसे भी पढ़ें- दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सर्दियों में वायु प्रदूषण से निपटने के लिए किया 10 सूत्रीय कार्य योजना का अनावरण