
भोपाल। मिशन 2023 की तैयारियों में जुटी भाजपा सत्ता और संगठन चिंता दूर करने चिंतन करने में जुट गए हैं। इसी कड़ी में 25 तारीख की रात को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने मंत्रियों के साथ पचमढ़ी के लिए रवाना हुए जहां 2 दिन 26 और 27 मार्च को चिंतन करेंगे। BJP Pachmarhi Camp Shivraj
शुक्रवार की रात बस से मुख्यमंत्री और मंत्री पचमढ़ी के लिए मुख्यमंत्री निवास में खाना खाकर रवाना हुए। पहले बरेली के पास एक ढाबे में खाना खाने का कार्यक्रम था जो कि उत्तरप्रदेश से मुख्यमंत्री के लेट हो जाने के बाद कैंसिल हो गया और करीब रात 2:00 बजे पचमढ़ी पहुंचे। जहां रवि शंकर गेस्ट हाउस में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के रुकने की संभावना है। वहीं मंत्रियों के रुकने की व्यवस्था ग्रैंलेनव्यू और चंपक होटल में रखी गई जबकि कैबिनेट की चिंतन बैठक पाइन के जंगल में टेंट के नीचे होगी। मिशन 2023 फतेह करने के लिए राजधानी से दूर गर्मियों की राजधानी कहीं जाने वाली पचमढ़ी में हो रही है। इस बैठक में 2023 का रोडमैप फाइनल होगा। साथ ही सत्ता और संगठन कैसे आगे बढ़े कैसे कदमताल करें। इसके लिए भी मंत्रियों को पेश किए जाएंगे। इस बैठक में पांच राज्यों के चुनावी परिणाम की छाया भी रहेगी।
प्रदेश में हार्डकोर हिंदुत्व की ओर बढ़ रहे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंत्रियों को भी सक्रिय करेंगे। बैठक में रोजगार और विकास का एजेंडा तो तय होगा ही साथ ही जन कल्याणकारी और लोकलुभावन योजनाओं को कैसे फोकस किया जाए और उन पर अमल किया जाए। इस पर भी मंथन होगा 26 और 27 को होने वाली चिंतन बैठक में मंत्री समूह ने जो रिपोर्ट तैयार की है। उस पर भी अलग-अलग चर्चा होगी। इसके अलावा मुख्यमंत्री मंत्रियों से वन टू वन चर्चा भी करेंगे। जिसमें मुख्यमंत्री के पास सभी विभागों का और मंत्रियों का मसौदा रहेगा कुछ मंत्रियों को आगे के लिए सावधान भी किया जाएगा कि वे विभाग में अपनी पकड़ बनाए और आम जनता एवं कार्यकर्ताओं से सीधे संवाद स्थापित करें। जिससे कि सरकार के प्रति जो एंटी इनकमवेंसी पनपने लगती है वह ना पनपने पाएं। राजधानी भोपाल में पिछले महीनों मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रियों को वन टू वन चर्चा के दौरान जो दस बिंदु दिए थे उस पर भी मंत्रियों से प्रगति पूछी जाएगी।
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कुल मिलाकर पचमढ़ी पहुंची सरकार ना केवल चिंतन करेगी। वरन बड़े फैसले लेकर उस चिन्ता को भी दूर करेगी जो उसे 2023 को फतह करने में बाधक हो सकती है।
चौतरफा चिंताएं दूर करते चौहान
चौथी पारी में 2 साल पूरे करने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तेजी से फैसले ले रहे हैं वे सब उन चिंताओं को दूर कर देना चाहते हैं जो मिशन 2023 में बाधा बन सकती हैं शिवराज चुनावी मोड में आ चुके और 25 से 27 तक मंत्रियों को भी इसी मोड में पहुंचने के लिए आज पचमढ़ी पहुंचेंगे। दरअसल चुनाव कि जब भी चर्चा होती है तब जो मुद्दे प्रमुख होते हैं उनमें कानून व्यवस्था की स्थिति अच्छी हो ना अच्छी होना किसान महिला और युवाओं का सरकार के प्रति सकारात्मक रुख होना और इस समय चौहान इन्हीं मुद्दों पर फोकस बनाए हुए हैं एक तरफ जहां वे अपराधियों के खिलाफ बुलडोजर मामा की छवि बना रहे हैं तो दूसरी ओर उन्होंने दिल्ली में किसानों के हित में गेहूं और धान को विदेशों की भेजने के संबंध में चर्चा की चौहान ने यहां तक कहा कि मध्यप्रदेश अब पंजाब से भी अधिक गेहूं उत्पादन करने वाले राज्यों में शुमार हो गया है यहां के कुछ इलाकों की धान की फसल छत्तीसगढ़ से भी अच्छी है भविष्य में किसानों को इसका फायदा मिल सकता है।
बहरहाल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के चौथी पारी के 2 साल पूरे होने पर रविंद्र भवन भोपाल में उनके सम्मान में एक कार्यक्रम रखा गया जिसमें उन्होंने महिलाओं और युवाओं के पक्ष में महत्वपूर्ण घोषणाएं की उन्होंने कहा कि अगर महिलाओं के नाम पर संपत्ति होगी तो अब प्रॉपर्टी टैक्स तीन की जगह 1% लगेगा इसी तरह उन्होंने कहा कि जल्द ही एक लाख सरकारी नौकरी और निकाली जाएंगे उन्होंने अप्रैल से मुख्यमंत्री तीर्थ योजना फिर से शुरू करने की भी घोषणा की यही नहीं चौहान हार्डकोर हिंदुत्व की तरफ भी बढ़ रहे हैं प्रदेश में राम पथ वन गमन मार्ग बनाने ओमकारेश्वर में आदि गुरु शंकराचार्य की 108 फीट ऊंची प्रतिमा का काम भी तेजी से चल रहा है इसके पहले वे गो अभ्यारण और गौ कैबिनेट बना चुके हैं। कुल मिलाकर प्रदेश में 2023 में होने वाले विधानसभा के उपचुनाव के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं और विभिन्न राज्यों के चुनावी दौरे करने के बाद जिन मुद्दों पर जन समर्थन अधिक मिल रहा है उस पर वह फोकस बनाए हुए हैं उत्तर प्रदेश की तरह मध्यप्रदेश में बुलडोजर अपराधियों को कुचलने के लिए निकल गया है। जाहिर है शिवराज सिंह चौहान ना कोई अब चूक करना चाह रहे हैं और ना ही कोई चिंता छोड़ रहे हैं जिससे कि 2023 को पता है करने में परेशानी हो चौतरफा से उन्होंने चुनावी मोड अख्तियार कर लिया है और आज से 27 मार्च तक पचमढ़ी में मंत्रियों के साथ चिंतन करने जा रहे चौहान इसी तरह की लय को पकड़ने के टिप्स देंगे।