ग्वालियर। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के ग्वालियर पुलिस (Gwalior Police) ने मुसीबत में घिरने वालों के लिए एक अभिनव पहल की है। इसके मुताबिक जो भी व्यक्ति मुसीबत में घिरे और उसे पुलिस सहायता केंद्र न मिले तो वह अपने नजदीक के पेट्रोल पंप (Petrol Pump) पर भी पहुंच सकता है क्योंकि इन स्थानों पर आपातकालीन आश्रय (Emergency Shelter) गृह बनाए जा रहे हैं। नौकरीपेशा महिलाओं, छात्राओं और रात के वक्त घर लौटते समय लोगों को कई बार विषम परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है और उन्हें सुरक्षा की जरूरत महसूस होती है। इसी को ध्यान में रखकर ग्वालियर पुलिस ने 15 ऐसे पेट्रोल पंपों का चयन किया है जहां आपातकालीन आश्रय गृह बनाए जा रहे हैं। इन स्थानों पर पुलिस की ओर से बैनर भी लगा दिए गए हैं। इन बैनरों पर लिखा है, ‘आपातकालीन आश्रय’।
कोई भी व्यक्ति जो आपातकालीन स्थिति में हो वह ग्वालियर पुलिस द्वारा पेट्रोल पंप संचालकों की मदद से पेट्रोल पंप पर आपातकालीन आश्रय पा सकता है तथा मदद मिलने तक या परिजनों के पहुंचने तक यहां सुरक्षा पूर्वक रुक सकता है। इन आश्रय स्थलों पर रजिस्टर भी रखे गए हैं जिसमें संबंधित को अपनी और परिजनों की जानकारी दर्ज करनी होगी। बताया गया है कि इमरजेंसी शेल्टर हर पेट्रोल पंप पर बनाए जाने की योजना है, जिससे किसी सुनसान रास्ते पर नौकरी पेशा महिला या छात्रा की स्कूटी पंचर हो जाती है, खराब हो जाती है और उसे आसपास कोई सहायता केंद्र नहीं मिल रहा है, ऐसी स्थिति में वह छात्रा पेट्रोल पंप पर पहुंचकर वहां के इमरजेंसी शेल्टर होम में रुक सकती है। इसके लिए पुलिस द्वारा पेट्रोल पंप के एक अधिकारी और कर्मचारियों को भी प्रशिक्षण देने की योजना है। (आईएएनएस)