भोपाल। मध्य प्रदेश में हो रहे 28 सीटों के उपचुनावों के प्रचार के बीच पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ अपने एक बयान की वजह से मुश्किल में फंसे हैं। उन्होंने राज्य की महिला व बाल विकास मंत्री इमरती देवी को ‘आइटम’ बोल दिया था, जिस पर बवाल मच गया है। इस बयान के विरोध में सोमवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, ज्योतिरादित्य सिंधिया, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा सहित तमाम नेता अलग-अलग शहरों में मौन धरने पर बैठे।
इमरती देवी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से कमलनाथ को पार्टी से निकालने की मांग की है। बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने कहा है कि कांग्रेस को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। कमलनाथ के बयान पर गुस्सा और दुख जताते हुए इमरती देवी ने कहा- वो बंगाल का आदमी है, वो महिला का सम्मान क्या जाने। कुर्सी जाने से पागल हो गए हैं।
कमलनाथ ने इस मामले पर सफाई देते हुए कहा कि ‘आइटम’ अपमानजनक शब्द नहीं है। उन्होंने कहा कि विधायक का नाम याद नहीं आया, इसलिए ‘आइटम’ कह दिया। गौरतलब है कि कमलनाथ ने रविवार को डबरा की चुनावी सभा में इमरती देवी को ‘आइटम’ कहा था। इसके विरोध में सोमवार को शिवराज पुरानी विधानसभा में गांधी प्रतिमा के सामने मौन धरने पर बैठे। राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया इंदौर में और केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने ग्वालियर में मौन धरना दिया। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने ट्विट करके बताया कि कमलनाथ को नोटिस भेजा गया है।