भारत राम केवल आस्था का ही नहीं बल्कि सियासत का केंद्र है भी है क्योंकि राम की आराधना से मोक्ष मिलता है और राम के नाम से नेताओ को वोट देश की सियासत में मध्य प्रदेश में एक बार फिर राम के नाम की चर्चा है। प्रदेश सरकार ने टेक्नॉलोजी के इस दौर पर कॉलेजों में रामचरतिमानस को पढ़ाने का फैसला लिया है भगवान राम के आलावा , हनुमान तुलसीदास, वेद पुराण और उपनिषद पढ़ाये जाएंगे… मध्य प्रदेश में उच्चशिक्षा विभाग ने एमबीबीएस के बाद अब इंजीनियरिंग और आर्टस के सिलेबस में नैतिक और धार्मिक शिक्षा देने की पूरी तैयारी कर ली है… ऐसा नहीं है कि मध्य प्रदेश सरकार पहली बार इस तरह का प्रयोग करने जा रही है… देखिए नई शिक्षा नीति के तहत हायर एज्यूकेशन डिपार्टमेंट में पढ़ाई का क्या शेड्यूल बनाया है.. (madhya pradesh education policy)
मध्य प्रदेश की नई शिक्षा नीति
पहले एमबीबीएस के फर्स्ट ईयर के फाउंडेशन विषय में आरएसएस संथापक डॉक्टर हेडगेवार और जनसंघ की स्थापना करने वाले दीनदयाल उपाध्याय की जीवनी जोड़ी गई अब बीए के फर्स्ट ईयर में वैक्लपिक विषय के तौर पर दर्शन शास्त्र जोड़ा गया है… जिसमें राम हनुमान तुलसीदास की जीवनी के साथ साथ… रामसेतु का महत्व, चारों युगों वेद उपनिषद गीता भी पढ़ाई जाएगी……
उच्च शिक्षा विभाग की योजना है कि मप्र के इंजीनियरिंग कॉलेजों में भी रामसेतु के निर्माण…. स्ट्रक्चर और सेतु के तकनीकि पहलुओं को पढ़ाया जाए… केन्द्र सरकार ने बच्चों रोज़गार परक शिक्षा देने के लिए देश में नई शिक्षा नीति को मंजूरी दी थी… जिसके तहत नौवी कक्षा से ही बच्चों को टेक्नीकल शिक्षा दिया जाना था… लेकिन मध्य प्रदेश में टेक्नीकल एज्यूकेशन तो दूर… सामाजिक शिक्षा के नाम पर बीजेपी आरएसएस के नेताओं और नैतिक शिक्षा में हिंदु प्रतिमाओं को स्थापित किया जा रहा है… जहां महाराष्ट.. दिल्ली… बिहार नई शिक्षा नीति तहत नए नए टेक्नीकल विषय शुरू करने की तैयारी में हैं तो वहीं मध्य प्रदेश में संघ के अजेंडे को आगे बढ़ाने के आरोप लग रहे है !भारत में सियासत के लिए राम सत्ता की गारंटी है लिहाजा देश की सियासत के केंद्र में राम है , राम के नाम के सहारे बीजेपी देश और प्रदेश में कई चुनावी वैतरणी पार कर चुकी है , कभी सियासत में अलप संख्यको को वोट बैंक के तौर पर देखा जाता रहा है पर मोदी के पीएम बनने के बाद संघ ने हिन्दुओ की ताकत को पहचानकर उन्हें हिंदुत्व और धर्म के नाम पर एक जुट कर नई सियासी जमीन को तैयार किया है और राम का नाम इस जमीन में सत्ता लहलहाती फसल की गारंटी है।
लेखक: सुधीर दंडोतिया