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शिवराज नए अंदाज में, कर्मठ को शाबाशी और लापरवाह को दंड

ByNI Desk,
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शिवराज नए अंदाज में, कर्मठ को शाबाशी और लापरवाह को दंड
भोपाल। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में विधानसभा (Assembly) के चुनाव करीब हैं और सरकार तक सरकारी मशीनरी के कामकाज को लेकर संतोषजनक फीडबैक नहीं आ रहा है। लिहाजा जमीनी हालात जानने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) खुद मैदान में पहुंच रहे हैं। एक तरफ जहां गड़बड़ी करने वालों को निलंबित किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर अच्छा काम करने वाले कर्मचारियों का सम्मान किया जा रहा है। कुल मिलाकर मुख्यमंत्री चौहान का अंदाज बदला हुआ है।  मुख्यमंत्री चौहान ने बीते दो दिनों में कई स्थानों का दौराकर जमीनी नब्ज को टटोला, हालात बेहतर मिले तो कर्मचारियों को सम्मानित किया और जहां गड़बड़ी दिखी या शिकायत आई तो उन अधिकारियों को दंडित करने से भी नहीं चूके। मुख्यमंत्री चौहान शनिवार को डिंडोरी जिले के शहपुरा विकासखंड में बिलगांव मध्यम सिंचाई परियोजना (Bilgaon Medium Irrigation Project) का औचक निरीक्षण कर ग्रामीणों और किसानों से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने निरीक्षण के दौरान बांध में सीपेज होना पाये जाने पर जल संसाधन विभाग के कार्यपालन मंत्री बी.जी.एस सांडिया (BGS Sandia), सब इंजीनियर एस.के. चौधरी (S.K. Chieftain) और एसडीओएम.के. रोहतास (K. Rohtas) को निलंबित कर दिया। इसके साथ ही बांध के तकनीकी परीक्षण के लिये भोपाल से एक उच्च-स्तरीय टीम भेजी जाएगी। इसी दौरान मुख्यमंत्री चौहान शासकीय हाई स्कूल बिलगांव भी पहुंचे, जहां उन्होंने बच्चों से शैक्षणिक व्यवस्था की जानकारी ली और सवाल जबाव किए।  छात्र-छात्राओं ने प्रश्नों का सकारात्मक उत्तर दिया तो उन्होंने प्रोत्साहन स्वरूप विद्यार्थियों को पेन भेंट किये। इसी क्रम में मुख्यमंत्री ने पिपरिया स्थित जनजातीय बालक आश्रम शाला बड़झर (Balak Ashram Barjhar) का निरीक्षण भी किया, आश्रम शाला में अनुपस्थिति और लापरवाही के लिये अधीक्षक कमलेश गोलिया को निलंबित करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री चौहान ने ग्राम पंचायत अमठेरा के पोषक ग्राम बड़झर पिपरिया में किसानों द्वारा बीज वितरण संबंधी की गई शिकायत पर उप संचालक कृषि अश्वनी झारिया (Ashwani Jharia) को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। डिंडौरी जिले में अच्छे कार्य करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों को शहपुरा हेलीपेड (Shahpura Helipad) पर पुष्प-गुच्छ देकर सम्मानित किया। मुख्यमंत्री चौहान ने मंडला जिला चिकित्सालय के औचक निरीक्षण के दौरान कमियां मिलने पर सिविल सर्जन डॉ. कृपाराम शाक्य (Dr. Kriparam Shakya) को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। यहां जनजातीय बालिका एवं सीनियर बालिका छात्रावास के निरीक्षण के दौरान व्यवस्थाएं दुरुस्त मिलने पर हॉस्टल अधीक्षक प्रभा गुमास्ते (Prabha Gumaste) को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को बैतूल जिले में गड़बड़ी करने वाले चार अधिकारियों, बैतूल के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, खनिज अधिकारी और बिजली विभाग के दो उप यंत्रियों को मंच से ही निलंबित कर दिया था। मुख्यमंत्री चौहान के तेवर बदले हुए हैं और वे सरकारी मशीनरी को दुरुस्त करने के अभियान में लगे हैं। भोपाल (Bhopal) में रहकर जहां सुबह जिला अधिकारियों से वीडियो कॉफ्रेंसिंग (Video Conferencing) के जरिए हालात का ब्यौरा लेते हैं तो अब उन्होंने सीधे जमीन पर पहुंचने का अभियान छेड़ दिया है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि राज्य में विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) में एक साल से कम का वक्त बचा है। जनता में सबसे ज्यादा नाराजगी यदि किसी को लेकर होती है तो सरकारी मशीनरी से। इन स्थितियों में अगर सरकारी मशीनरी में कसावट लाई जाती है, अफसरों पर कार्रवाई होती है तो जनता में अच्छा सन्देश जाता है। यही कारण है कि मुख्यमंत्री सक्रिय हुए हैं। (आईएएनएस)
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