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Mahant Narendra Giri की मौत को लेकर उनके सुरक्षाकर्मी संदेह के घेरे में, अब CBI खोलेगी असली राज

Byदिनेश सैनी,
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Mahant Narendra Giri की मौत को लेकर उनके सुरक्षाकर्मी संदेह के घेरे में, अब CBI खोलेगी असली राज
प्रयागराज | Mahant Narendra Giri Updates : अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मौत अपने पीछे कई सवाल खड़े कर रही है। अब इन सवालों का जवाब सीबीआई देगी। महंत नरेंद्र गिरि की मौत हत्या थी या आत्महत्या, इसकी जांच CBI करेगी। उत्तर प्रदेश सरकार ने भी इस मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश की है। लेकिन इसी बीच एक और नई बात सामने आई है। महंत नरेंद्र गिरी की मौत को लेकर उनके सुरक्षाकर्मी संदेह के घेरे में आ गए हैं। महंत नरेंद्र गिरि को सरकार की ओर से वाई श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई थी और उनके लिए 11 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए थे जो 24 घंटों उनके आस-पास तैनात रहते थे। ऐसे में अब सुरक्षाकर्मी भी संदेह के घेरे में आ गए हैं क्योंकि जब महंत नरेंद्र गिरि ने फांसी लगाई तो सुरक्षा में लगे ये सुरक्षाकर्मी आखिर कहा थे। ये भी पढ़ें : - Mirzapur : PUBG खेलने से रोक रही थी चाची, बच्चे ने लोहे की रॉड से कर दिया हमला… इन सभी सुरक्षाकर्मियों को भी संदेह के घेरे में लेकर पुलिस उनसे पुछताछ में जुटी है। पुलिस ने महंत की सुरक्षा में लगे अजय सिंह, मनीष शुक्ल समेत चार सुरक्षाकर्मियों से पूछताछ की है। इनके बाद सभी सुरक्षाकर्मियों से पूछताछ की जाएगी कि आखिर इतनी बड़ी घटना के बीच वे कहां मौजूद थे। mahant narendra giri death गिरफ्तार शिष्य ने लगाए सुरक्षाकर्मियों पर कई आरोप गौरतलब है कि पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए महंत के शिष्य स्वामी आनंद गिरि ने भी सुरक्षाकर्मियों की भूमिका को संदिग्ध बताया है और हत्या का आरोप लगाते हुए कहा है कि गुरूजी आत्महत्या नहीं कर सकते हैं। उनकी हत्या कर उन्हें फंसाया जा रहा है। इस पूरी साजिश में महंत के गनर अजय सिंह और मनीष शुक्ल शामिल हो सकते हैं। आनंद गिरी का आरोप है कि महारज जी ने सुरक्षाकर्मी मनीष शुक्ल की शादी करवाई थी और करोड़ों रुपये घर बनवाने के लिए भी दिए थे। जिसके बाद से महंत के सुरक्षाकर्मियों पर संदेह बादल मंडराने लगे हैं। Mahant Narendra Giri death ये भी पढ़ें :- Delhi में स्पा सेंटरों में Cross-Gender मालिश बंद, नए नियमों के तहत दरवाजों के अंदर नहीं होगी कुंडी, जानें और क्या हुआ अनिवार्य भूमिका संदिग्ध होने पर कार्रवाई संभव ऐसे में पुलिस सुरक्षाकर्मियों की भूमिका को भी संदिग्ध मानते हुए जांच-पड़ताल और उनसे पूछताछ में जुटी हुई है। अगर जांच में सुरक्षाकर्मियों की भूमिका संदिग्ध पाई जाती है तो उन पर भी लापरवाही बरतने के आरोप में कार्रवाई हो सकती है।
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