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Dead bodies In Ganga: जलस्तर बढ़ने के बाद गंगा नदी से बाहर आते शवों का हिंदू रीति-रिवाजों से किया जा रहा है अंतिम संस्कार

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Dead bodies In Ganga: जलस्तर बढ़ने के बाद गंगा नदी से बाहर आते शवों का हिंदू रीति-रिवाजों से किया जा रहा है अंतिम संस्कार
प्रयागराज | Dead bodies In Ganga: मानसून के आने के बाद से गंगा नदी का भी जलस्तर बढ़ गया है. यही कारण है कि कोरोना काल में दफनाए गए शव एक बार फिर से जल्द सर बढ़ने के कारण बाहर आने लगे हैं. इस परेशानी से निपटने के लिए नगर निगम को जिम्मेवारी दी गई. इस संबंध में जानकारी देते हुए निगम के जोनल अधिकारी नीरज कुमार सिंह ने कहा कि गंगा में शवों के बाहर आने का सिलसिला रोकने के लिए हम हर संभव प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि गंगा में शवों को बढ़ाने को लेकर प्रशासन भी अलर्ट है. उन्होंने इस बात की पुष्टि की थी जल स्तर बढ़ने के कारण शव एक बार फिर से बाहर दिखाई देने लग गए हैं. हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट तौर पर कहा कि सरकार और प्रशासन ने गंगा किनारे घाटों पर शवों को दफनाने के लिए साफ तौर पर मना किया है. उन्होंने कहा कि सरकार के निर्देश के बाद से वहां शवों को दफनाने का सिलसिला रुक गया है. हिंदू रीति-रिवाजों से हो रहा है अंतिम संस्कार Dead bodies In Ganga: नगर निगम के जोनल अधिकारी नीरज कुमार सिंह ने कहा कि बाहर आ रहे हैं शवों का पूरे हिंदू रीति-रिवाजों से अंतिम संस्कार किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि क्यों शवों के अंतिम संस्कार के लिए रखने की भी व्यवस्था की गई है. इसके साथ ही नगर निगम के कुछ कर्मचारियों को इस काम में लगाया गया है. उन्होंने अनुमान से बताया कि अब तक 10 से ज्यादा शवों का अंतिम संस्कार किया जा चुका है. आने वाले समय में भी और शवों के बाहर आने पर यह प्रक्रिया आगे भी चल सकती है. नीरज कुमार सिंह ने कहा कि शवों के अंतिम संस्कार के लिए निगम के कर्मचारियों को विशेष तौर पर निर्देश दिए गए हैं. इसे भी पढें- बाबा के ढाबा कांता प्रसाद अस्पताल से डिस्चार्ज होकर लोटे घर, बाबा का आरोप- कई youtubers ने बनाया था दबाव और.. Dead bodies In Ganga

शवों पर हुई थी जमकर राजनीति

बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान शवों पर जमकर राजनीति हुई थी. प्रियंका गांधी ने अपने ट्विटर हैंडल पर प्रयागराज में गंगा किनारे तैरते इन शवों की तस्वीरें शेयर करते हुए कहा था कि योगीराज में हिंदुओं को जीते जी तो इज्जत नहीं मिल रहे हैं लेकिन मरने के बाद भी उनका तिरस्कार किया जा रहा है. सोशल मीडिया में भी गंगा किनारे भी जमकर हंगामा हुआ था जिससे योगी आदित्यनाथ और भाजपा की बैकफूट कर आ गई थी. इसे भी पढें- President’s Train Journey Started : राष्ट्रपति पैतृक गांव के लिए ‘प्रेसिडेंशियल ट्रेन’ से हुए रवाना, शाम के 7 बजे पहुंचेंगे कानपुर
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