नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा को पार्टी ने आखिरकार पार्टी ने उत्तर प्रदेश से निकाल कर दूसरे राज्यों के प्रचार में उतारने का फैसला कर लिया। प्रियंका एक मार्च से दो दिन का असम का दौरा करने वाली हैं। चार अन्य राज्यों के साथ असम के विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद कांग्रेस की ओर से पहली सभा के लिए प्रियंका असम जा रही हैं। गौरतलब है कि असम में कांग्रेस ने आधा दर्जन पार्टियों के साथ तालमेल करके महागठबंधन बनाया है।
प्रियंका के कार्यालय की ओर से बताया गया है कि वे एक और दो मार्च को चुनाव प्रचार के लिए असम में होंगी। अपने दौरे के पहले दिन यानी एक मार्च को गुवाहाटी में विख्यात कामाख्या मंदिर में पूजा करेंगी और पार्टी की ओर से आयोजित कई कार्यक्रमों में शामिल होंगी। इसके बाद दूसरे दिन दो मार्च को प्रियंका असम के तेजपुर शहर में एक रैली को संबोधित करेंगी।
एक मार्च को प्रियंका कामाख्या मंदिर में पूजा करने के बाद एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगी। उसके बाद वे पार्टी पदाधिकारियों को संबोधित करने के लिए उत्तरी लखीमपुर जिले के सोनारी गांव जाएंगी। वहां बेरोजगार युवाओं के लिए एक पूरे प्रदेश में चलने वाले एक विरोध अभियान की शुरुआत भी वे करेंगी। दूसरे दिन प्रियंका सदरु चाय बागान में महिला मजदूरों के साथ बातचीत करेंगी। वे तेजपुर में महाभैरव मंदिर में भी प्रार्थना करेंगे और बाद एक रैली को संबोधित करेंगी।
इससे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने असम का दौरा किया था और एक चुनावी रैली को संबोधित किया था। पर चुनावों की घोषणा के बाद राहुल दक्षिण भारत के राज्यों का दौरा कर रहे हैं। चुनाव की घोषणा के बाद प्रियंका असम में पार्टी का प्रचार शुरू करेंगी। कांग्रेस के जानकार सूत्रों का कहना है कि पार्टी ने इस बार के चुनाव प्रचार में उनको चुनाव वाले सभी राज्यों में भेजने की योजना बनाई है।
किसान, रोजगार पर बात करने की चुनौती
रविवार को आकाशवाणी के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम का प्रसारण हुआ। उससे पहले राहुल गांधी ने उन्हें चुनौती देते हुए कहा कि उनमें हिम्मत है तो वे किसान की बात करें और रोजगार की बात करें। प्रधानमंत्री का कार्यक्रम 11 बजे से प्रसारित होना था उससे तीन घंटे पहले आठ बजे के करीब राहुल ने ट्विट करके कहा- हिम्मत है तो करो- किसान की बात, जॉब की बात।
इन दिनों दक्षिण भारत के चुनावी राज्यों का दौरा कर रहे राहुल गांधी ने तमिलनाडु में रविवार को कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। उन्होंने एक कॉलेज में छात्रों और प्राध्यापकों से बात की और केंद्र सरकार की बनाई शिक्षा नीति की आलोचना की। उन्होंने कहा- अगर हम शिक्षा प्रणाली के लिए किसी भी प्रकार की नई नीति बनाते हैं तो उसके लिए सबसे पहले छात्रों और प्रोफेसरों से बातचीत करनी चाहिए, लेकिन दुर्भाग्य से यह नहीं किया गया।
राहुल ने तिरुनेलवेली में सेंट जेवियर्स कॉलेज के प्रोफेसरों के साथ बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कहा- मेरा मानना है कि शिक्षा केवल आर्थिक रूप से मजबूत लोगों के लिए नहीं होनी चाहिए। सभी वर्ग के लोगों को इसका फायदा मिलना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने छात्रों से वादा किया कि अगर कांग्रेस राज्य में सरकार बनाने में कामयाब होती है तो वह छात्रों को छात्रवृत्ति देने के लिए भी काम करेगी।