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कृषि कानूनों की जीत पर राहुल गांधी का बड़ा बयान, कहा - "सत्याग्रह ने अहंकार को हराया"

ByNI Political,
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कृषि कानूनों की जीत पर राहुल गांधी का बड़ा बयान, कहा -
नई दिल्ली: आज गुरु नानक जयंती के मौके पीएम मोदी ने तीनो कृषि कानूनों को निरस्त करने का ऐलान किया है। जिसके बाद विपक्ष का पलटवार शुरु हो गया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी उन कई नेताओं में शामिल हैं जिन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा के कुछ मिनट बाद अपने एक पुराने ट्वीट को रीट्वीट किया कि पिछले साल पेश किए गए तीन कृषि कानूनों को रद्द कर दिया जाएगा।पीएम मोदी ने कहा कि तीन कानून किसानों के लाभ के लिए थे लेकिन हम सर्वोत्तम प्रयासों के बावजूद किसानों के एक वर्ग को मना नहीं सके। उन्होंने कहा कि तीन कृषि कानूनों का लक्ष्य किसानों, खासकर छोटे किसानों को सशक्त बनाना है। गुरु नानक जयंती पर कृषि कानूनों के रद्द करने की घोषणा को पंजाब और हरियाणा में बहुत प्रशंसा के साथ स्वागत किया गया। पंजाब और हरियाणा के किसान COVID-19 महामारी के बीच पेश किए गए तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं। किसानों का यह आंदोलन पिछली साल 26 नवंबर को शुरु हुआ था। ( rahul gandhi big statement ) https://twitter.com/RahulGandhi/status/1461550273185255424?s=20 also read: कृषि कानूनों को वापस लेने के बाद विपक्ष ने साधा निशाना, कांग्रेस बोली- टूट गया अभिमान… तो ‘आप’ ने कहा- चुनावी डर से वापस लिए कानून

राहुल गांधी , ममता बनर्जी ने किसानों को दी बधाई

राहुल गांधी की पार्टी विवादास्पद परिस्थितियों में लाए गए कृषि कानूनों के घोर आलोचक हैं। राहुल गांधी ने कृषि कानूनों को रद्द करने की घोषणा पर पीएम मोदी पर कटाक्ष करने में कोई समय नहीं गंवाया। देश के किसानों ने अपने सत्याग्रह से अहंकार को हरा दिया है। जय हिंदी, जय हिंदी के किसान..राहुल गांधी ने इस साल जनवरी के एक पुराने ट्वीट के साथ ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने कहा कि मेरे शब्दों को चिह्नित करें, सरकार को कृषि विरोधी कानून वापस लेना होगा। केंद्र स्तर पर विपक्षी दलों के अन्य नेताओं ने भी ट्वीट कर किसानों को बधाई दी- और मोदी सरकार पर कटाक्ष किया। तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ-ब्रायन ने बिना किसी का नाम लिए ट्वीट किया कि अहंकार हारता है। अहंकार से लेकर घुटनों तक। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली उनकी पार्टी कृषि कानूनों के खिलाफ एक और मुखर विरोधी है। ममता बनर्जी ने ट्वीट किया कि हर एक किसान को मेरी हार्दिक बधाई, जो लगातार लड़ते रहे और उस क्रूरता से विचलित नहीं हुए, जिसके साथ भाजपा ने आपके साथ व्यवहार किया। यह आपकी जीत है। इस लड़ाई में अपने प्रियजनों को खोने वाले सभी लोगों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। https://twitter.com/derekobrienmp/status/1461543703428927493?s=20 https://twitter.com/MamataOfficial/status/1461555107783327747?s=20

कानूनों के वापस होने पर ही विरोध प्रदर्शन बंद होगा ( rahul gandhi big statement )

वे लंबे समय से आरोप लगाते रहे हैं कि मोदी सरकार विरोध करने वाले किसानों की बात आसानी से सुन सकती थी और एक साल पूरा होने से पहले ही इस मामले को खत्म कर दिया। एक साल से दिल्ली के बाहरी इलाके में डेरा डाले हुए किसानों ने जोर देकर कहा था कि जब तक तीनों कानूनों को वापस नहीं लिया जाता, तब तक वे अपना विरोध प्रदर्शन बंद नहीं करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया है कि नए कानून कृषि क्षेत्र को नियंत्रित करने के लिए निजी हाथों को शक्ति देंगे। सरकार ने इस आरोप का खंडन किया और यहां तक ​​कि कानूनों में संशोधन की पेशकश की थी। इसने इशारा किया था कि कानून बिचौलियों को खत्म कर देंगे। लेकिन किसान कानूनों को पूरी तरह से निरस्त करने से कम कुछ नहीं के साथ अड़े रहे। ( rahul gandhi big statement )
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