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दो बीटीपी विधायको का गहलोत को समर्थन

ByNI Desk,
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दो बीटीपी विधायको का गहलोत को समर्थन
जयपुर। राजस्थान में चल रही सियासी उठापटक के बीच अशोक गहलोत सरकार को बड़ी राहत मिली है। सचिन पायलट सहित कांग्रेस के डेढ़ दर्जन विधायकों के बागी होने से मुश्किल में आई गहलोत सरकार को भारतीय ट्राइबल पार्टी, बीटीपी के दो विधायकों ने समर्थन देने का ऐलान किया है। हालांकि पार्टी पहले भी सरकार का साथ दे रही थी पर मौजूदा उठापटक के बीच उनके समर्थन से सरकार को मजबूती मिली है। इस बीच शनिवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात की। राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने इसके बारे में जानकारी देते हुए कहा है- दो बीटीपी विधायक राजकुमार राउत और राम प्रसाद डिंडोर ने हमारी सरकार को बहुत पहले से समर्थन दिया है। वह अभी भी जारी है। उन्होंने गलहोत के काम को लेकर संतोष भी जताया है। वे सरकार को स्थिरता देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। बाद में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी इसे लेकर ट्विट किया। उन्होंने लिखा- भारतीय ट्राइबल पार्टी, बीटीपी के दोनों विधायकों ने उनकी प्रदेश कार्यकारिणी के पदाधिकारियों के साथ मुलाक़ात कर और अपने मांगपत्र के साथ चर्चा कर सरकार को समर्थन देने की घोषणा की। इस बीच स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने शनिवार को भाजपा को चुनौती देते हुए कहा कि वह कांग्रेस विधायकों के मुक्त करे। उन्होंने कहा- मैं भाजपा को 19 विधायकों को अपने चंगुल से मुक्त करने की चुनौती देता हूं। ऐसा करते ही वे सभी वापस कांग्रेस में लौट आएंगे। उन्होंने कहा कि विधायकों को यह मालूम है कि अगर लोग उन्हें बिका हुआ देखेंगे, तो वे उनका सामना नहीं कर पाएंगे। उधर दिल्ली में कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि राजस्थान में संविधान को रौंदने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा- जब एसओजी की टीम कांग्रेस के बागी विधायकों की आवाज का नमूना लेने गई तब उसे होटल में घुसने नहीं दिया गया। विधायक वहां से चले गए। बागी विधायकों को कर्नाटक ले जाने की कोशिश की जा रही है। इन्हें भाजपा का संरक्षण है। प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने भी इस पर नाराजगी जताई कि हरियाणा पुलिस ने राजस्थान पुलिस को होटल में घुसने से रोका। वसुंधरा ने तोड़ी चुप्पी राजस्थान में चल रही सियासी उथलपुथल के बीच पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने नौ दिन में पहली बार इस घटनाक्रम पर बयान दिया है। उन्होंने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए ट्विट करके कहा है कि समूचा घटनाक्रम कांग्रेस के अंदरूनी झगड़े का है और उसकी कीमत राज्य की जनता चुका रही है। राज्य में पिछले नौ दिन से चल रहे घटनाक्रम में उनकी दूसरी बार ट्विट किया है। पहले उनका ट्विट इस घटनाक्रम से जुड़ा नहीं था। राजस्थान के सियासी घटनाक्रम पर पहली बार बयान देते हुए वसुंधरा राजे ने कहा- कांग्रेस की आंतरिक कलह का नुकसान प्रदेश की जनता को भुगतना पड़ रहा है। गौरतलब है कि उनकी चुप्पी के कारण उन पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का साथ देने के आरोप लग रहे थे। भाजपा की सहयोगी रालोपा के नेता हनुमान बेनीवाल ने गुरुवार को कहा था कि वे गहलोत सरकार को बचा रही हैं।
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