जयपुर। निदेशक माइंस श्री संदेश नायक (Sandesh Nayak) ने माइंस विभाग (Mines Department) के फील्ड अधिकारियों से रेवेन्यू छीजत (revenue wastage) को शून्य स्तर पर लाने और राजस्व लक्ष्यों को शत प्रतिशत अर्जित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ब्याज माफी योजना विभाग और बकायादारों दोनों के लिए लाभकारी है इसलिए एननेस्टी योजना के दायरें में आने वाले प्रकरणो में केस बार संपर्क बनाते हुए वसूली की जाए।
निदेशक माइंस श्री संदेश नायक बुधवार को जयपुर के खनिज विभाग में जयपुर जोन के अधिकारियों की बैठक ले रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य में खनिजों का विपुल भण्डार होने के साथ ही वैध खनन को बढ़ावा देने और अवैध खनन गतिविधियों को निरुत्साहित करने के समग्र प्रयास करने होंगे। श्री नायक ने अधिकारियों को फील्ड में रहने के निर्देश दिए और कहा कि एमनेस्टी योजना के दायरें में आ रहे प्रकरणों में से कोर्ट में चल रहे प्रकरणों में स्टे खारिज कराने के ठोस प्रयास कराएं जाएं ताकि ऐसे प्रकरणों में बकाया राशि की भी वसूली हो सके।
अतिरिक्त निदेशक श्री बीएस सोढ़ा ने बताया कि लक्ष्यों के विरुद्ध सर्वाधिक 172 प्रतिशत से अधिक राजस्व टोंक में वसूला गया है वहीं जयपुर सीकर, नीम का थाना में सौ प्रतिशत से अधिक की वसूली रही है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि वसूली लक्ष्यों से अधिक का राजस्व अर्जित कर नया रिकार्ड बनाएंगे।
अतिरिक्त निदेशक श्री सोढ़ा ने पीपीटी के माध्यम से विस्तार से जोन की गतिविधियों, लक्ष्यों के विरुद्ध उपलब्धियों व अन्य कार्यों की जानकारी दी।
एसएमई जयपुर श्री प्रताप मीणा ने बताया कि विभागीय ब्याजमाफी योजना में जयपुर वृत में एक करोड़ 25 लाख रुपए की राशि वसूल की जा चुकी है। वहीं जयपुर वृत में 295 करोड़ का राजस्व जमा हो गया है। उन्होंने क्षेत्र के जयपुर, सीकर, अलवर, झुन्झुनू, टोंक, कोटपूतली, नीम का थाना, और दौसा की फील्ड गतिविधियों की जानकारी दी।
एसएमई अजमेर श्री जय गुरुबक्षानी ने अजमेर वृत में लक्ष्यों के विद्धरु उपलब्धियों की जानकारी दी। इसी तरह से श्री गुरुबक्षानी ने नागौर, मकराना, अजमेर, ब्यावर, गोटन, सावर व अजमेर की राजस्व व एमनेस्टी योजना के लक्ष्यों के विरुद्ध उपलब्धियों की जानकारी दी। अतिरिक्त निदेशक जियोलॉजी श्री आलोक जैन व एसजी श्री संजय गोस्वामी ने एक्सप्लोरेशन गतिविधियों की जानकारी दी।