जयपुर। महिलाओं के उन्नयन एवं खुशहाली के लिए राज्य सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण (women empowerment) के लिए निरंतर प्रयास किये जा रहे है। महिलाओं के आचार- विचार, आहार, व्यवहार में बदलाव लाकर उन्हें खुशहाल, स्वस्थ, आत्मनिर्भर बनाने के लिए महिला सशक्तिकरण से सम्बधित विभिन्न कार्यक्रम एंव योजनाएं क्रियान्वित की जा रही है। आईएम शक्ति योजना (IM Shakti Yojana) के तहत आज महिलाएं समाज में अपनी अलग पहचान बना कर सशक्तिकरण की मिसाल कायम कर रही है। ऐसी ही एक कहानी है अजमेर जिले की हसीना बानो की।
हसीना बानो (Haseena Bano) आज अपने पिता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर घर चलाने में सहयोग कर एक बेटे का फर्ज निभा रही है। हसीना बानो बताती है आज जिस आत्म सम्मान के साथ वो जीवन जी रही है यह राह इतनी आसान नहीं थी लेकिन हसीना बानो ने जिदंगी में कभी हार नहीं मानी और निरंतर प्रयास करती रही। हसीना बानो का मानना था कि कोशिश करने पर ही सफलता मिलती है। हसीना बानो की जिदंगी में राज्य सरकार की इदिंरा महिला शक्ति कौशल सामर्थ्य योजना उस समय उम्मीद की किरण बन कर आई जब उन्हें रोजगार की तलाश थी।
समाचार पत्र से हसीना बानो को इस योजना के बारे में पता लगा हसीना बानो बताती है कि पार्श्व शिक्षा एवं लोक कल्याण समिति के द्वारा आई. एम शक्ति योजना की सम्पूर्ण जानकारी मिलने के बाद उन्होंने सिलाई सीख कर स्वरोजगार करने का मन बनाया तथा योजना के तहत पार्श्व शिक्षा एवं लोक कल्याण समिति रुपनगढ़ से सिलाई का निशुल्क प्रशिक्षण लिया। प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद उन्होंने घर से ही सिलाई का कार्य शुरु किया और आज वो अपने पिता के साथ मिलकर अपने भाई- बहनों की आर्थिक जरुरतों को पूरा कर रही है।
हसीना बानो बताती है कि प्रदेश सरकार की इस योजना से वो घर बैठे ही सिलाई का कार्य कर प्रतिमाह 10 हजार रुपए तक कमा लेती है जिससे अब वो ना सिर्फ सशक्त होकर सम्मान के साथ जीवनयापन कर रही है बल्कि वे अब अपनी जरुरतों के लिए किसी पर निर्भर नहीं है। हसीना बानो महिलाओं के लिए चलाई जा रही इस योजना के लिए राज्य सरकार का आभार व्यक्त करते हुए कहती है कि इस योजना से महिलाओं के सपनों को एक नई उड़ान मिल रही है।