लखनऊ। सेना में युवाओं की चार वर्ष की संविदा पर भर्ती की अग्निपथ योजना के खिलाफ उत्तर प्रदेश के भी कुछ जिलों में विरोध प्रदर्शन हुआ है। समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने भी इस योजना पर आपत्ति जताई है। जिसका संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सेना भर्ती की अग्निपथ योजना को लेकर प्रदर्शन कर रहे युवाओं से किसी के बहकावे में ना आने की अपील की है। मुख्यमंत्री ने युवाओं को भरोसा दिलाते हुए कहा कि भारतीय सेना में भर्ती की नई प्रक्रिया अग्निपथ योजना आपके जीवन को नए आयाम प्रदान करने के साथ ही भविष्य को स्वर्णिम आधार देगी। इसी कारण आप लोग किसी बहकावे में ना आएं। मां भारती की सेवा के लिए संकल्पित हमारे ‘अग्निवीर’ राष्ट्र की अमूल्य निधि होंगे और उत्तर प्रदेश सरकार अग्निवीरों को पुलिस व अन्य सेवाओं में वरीयता देगी। मुख्यमंत्री को उम्मीद है कि उनकी इस अपील के बाद अग्निपथ योजना के खिलाफ उत्तर प्रदेश में युवाओं की नाराजगी खत्म होगी।
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर, मथुरा, बरेली, आगरा, प्रयागराज, गोरखपुर, लखनऊ आदि शहरों में सेना में भर्ती के अकांक्षी युवाओं ने गुरूवार को प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे युवाओं ने अग्निपथ योजना को रदद करने की मांग की और ‘अग्निपथ योजना वापस लो’ के नारे लगाए। केंद्र सरकार की सेना में भर्ती के लिए बनाई गई अग्निपथ योजना के खिलाफ युवाओं का सबसे अधिक आक्रोश मथुरा में देखने को मिला। वहां सैकड़ों की संख्या में युवाओं ने मथुरा में रैपुरा जाट गांव के पास आगरा-दिल्ली हाईवे पर जाम लगा दिया। जाम के कारण दोनों ओर से हाईवे पर यातायात ठप हो गया। मौके पर पहुंचकर पुलिस ने युवाओं को समझा बुझाकर प्रदर्शन खत्म कराया। बरेली में एआरओ सेंटर से चौकी चौराहा तक सैकड़ों अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन कर विरोध जताया फिर चौकी चौराहा पर सड़क जाम कर दी। अलीगढ़, गोरखपुर, प्रतापगढ़, लखनऊ में भी यही सब हुआ। सभी जगहों पर पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे युवाओं को समझा बुझाकर उनकी नारेबाजी बंद करवाई।
यूपी में अग्निपथ योजना का विरोध सेना में जाने के इच्छुक युवा ही नहीं कर रहे हैं। राज्य के प्रमुख राजनीतिक दल सपा, बसपा और कांग्रेस भी इस योजना के खिलाफ हैं। बसपा मुखिया मायावती, सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ ही कांग्रेस की प्रियंका गांधी ने केन्द्र सरकार के इस फैसले को तानाशाही वाला बताया है। इन सभी ने कहा है कि सरकार अग्निपथ योजना पर पुनर्विचार करे। अखिलेश ने कहा कि अग्निपथ योजना युवाओं के भविष्य की रक्षा के लिए घातक साबित होगी। जबकि सेना में भर्ती की नई नीति की प्रक्रिया अनुचित, युवाओं के साथ छलावा बताया है।