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यूपी में ओबीसी नेताओं को जोड़ेगी भाजपा

ByNI Political,
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यूपी में ओबीसी नेताओं को जोड़ेगी भाजपा
बिहार के घटनाक्रम के बाद भारतीय जनता पार्टी का फोकस उत्तर प्रदेश पर बढ़ गया है। भाजपा भी नीतीश कुमार और अखिलेश यादव की ओर से होने वाली मंडल-दो की संभावित राजनीति की काट खोजने लगी है। तभी कहा जा रहा है कि वह अन्य पिछड़ी जातियों यानी ओबीसी नेताओं को साथ में जोड़ने काम काम शुरू करने वाली है। इसके लिए पार्टी उन सारे नेताओं से संपर्क करेगी, जो पिछले कुछ दिन में पार्टी छोड़ कर गए हैं। इसी तरह पुरानी सहयोगी पार्टियों से भी संपर्क किया जाएगा ताकि उनको गठबंधन में लाया जा सके। जानकार सूत्रों के मुताबिक जितनी पार्टी पिछले दिनों समाजवादी पार्टी के गठबंधन से निकल रही हैं उनको भाजपा के साथ लाने का प्रयास किया जा रहा है। ध्यान रहे भाजपा की पुरानी सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने सपा से तालमेल किया था लेकिन अब ओमप्रकाश राजभर अपनी पार्टी के साथ सपा से अलग हो गए हैं। उनकी पार्टी में टूट भी हो गई है। लेकिन बताया जा रहा है कि भाजपा के नेता राजभर से संपर्क कर रहे हैं ताकि लोकसभा चुनाव से पहले उनको भाजपा के साथ लाया जाए। इसी तरह महान दल के केशव देव मौर्य ने भी सपा से तालमेल तोड़ लिया है। उनसे भी भाजपा बात कर सकती है। स्वामी प्रसाद मौर्य, दारा सिंह चौहान, धर्म सिंह सैनी जैसे जो नेता भाजपा छोड़ कर सपा में गए, उन सबकी घर वापसी के बारे में भी बात हो रही है। ध्यान रहे स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी संघमित्रा मौर्य अब भी भाजपा की ही सांसद हैं। असल में अपना दल कमेरावादी की नेता कृष्णा पटेल के नीतीश कुमार से मिलने और नीतीश के प्रति अखिलेख यादव के सद्भाव दिखाने से भाजपा को लग रहा है कि यूपी में ओबीसी का ध्रुवीकरण हो सकता है। उसे रोकने के लिए वह अभी से तैयारी में लगी है।
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