लखनऊ | UP Election 2021 Congress : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में काफी समय बचा हुआ है. सभी राजनीतिक पार्टियों ने अपने मतदाताओं को लुभाने के प्रयास शुरू कर दिए हैं. भाजपा, सपा ,बसपा और यहां तक की उत्तर प्रदेश में पहली बार चुनाव लड़ने जा रहे हो ओवैसी भी हरकत में आ गए हैं. ऐसे में तीन दशकों से यूपी की सत्ता से दूर होने वाली कांग्रेस कैसे शांत रह सकती थी. उत्तर प्रदेश की प्रभारी बनने के बाद से प्रियंका गांधी लगातार सक्रिय हैं. जानकारी मिली है कि कांग्रेस अपने पुराने मुस्लिम वोटरों को लुभाने का प्रयास करने वाली है. कांग्रेस ने मस्जिद और यूपी के मौलानाओं का सहारा लेने की सोची है. बताया गया है कि इसके लिए कांग्रेस ने 16 सूत्रीय संकल्प पत्र तैयार किया है. इस संकल्प पत्र में कांग्रेस की ओर से यह पूरा प्रयास किया गया है कि वह मुस्लिमों को सपा की सच्चाई बता सके.
जुम्मे की नमाज के बाद बांटेगी पर्चे
UP Election 2021 Congress : बताया गया है कि जुम्मे की नमाज के बाद मस्जिदों के बाहर कांग्रेस के कार्यकर्ता इस संकल्प पत्र को बाटेंगे. यह उपाय कांग्रेस उत्तर प्रदेश के हर मुस्लिम घर तक पहुंचने के लिए कर रही है. इसके माध्यम से कांग्रेस सीधे तौर पर सपा के वोट बैंक पर हमला करना चाह रही है. बता दें कि कांग्रेस पिछले तीन दशकों से उत्तर प्रदेश की सत्ता से बाहर है. कहा जाता है कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के बाहर जाने का सबसे बड़ा कारण सपा है. समाजवादी पार्टी के मजबूत होने के साथ ही कांग्रेस कमजोर होती गई है. यही कारण है कि एक बार फिर से कांग्रेस अपने कोर वोटरों को लुभाना चाह रही है.
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क्या है संकल्प पत्र में
UP Election 2021 Congress : इस संकल्प सूत्र में मुस्लिमों को लुभाने के साथ ही सपा की सच्चाई लोगों के सामने लाने का प्रयास किया गया है. संकल्प पत्र में सीएए, एनआरसी और मॉब लिंचिंग का भी जिक्र है. इसके साथ ही अल्पसंख्यकों के लिए कांग्रेस की भावी योजनाओं का भी जिक्र किया गया है. संकल्प पत्र में दावा किया गया है कि यदि उनकी सरकार बनी तो एनआरसी और सीए के खिलाफ हुए प्रदर्शन के दौरान लगे केस को खत्म कर दिया जाएगा. इसके साथ हुई उन तमाम दंगों का भी जिक्र किया गया है जो सपा के शासनकाल में हुए थे.
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