देहरादून | UK Assembly Elections 2022: देश में पांच राज्यों में होने जा रहे चुनावी घमासान के बीच अब देवभूमि उत्तराखंड में भी चुनावों (UK Assembly Election 2022) की तारीख बदलने की मांग जोर पकड़ रही है। उत्तराखंड में हरिद्वार के झबरेड़ा से बीजेपी विधायक देशराज कर्णवाल ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर मतदान की तारीख को आगे बढ़ाने की मांग की है। कर्णवाल के अलावा भी कई और नेता व सामाजिक कार्यकर्ता मतदान की तारीख बदलने की मांग उठा रहे हैं। बता दें कि, चुनाव आयोग ने पंजाब में घोषित चुनावी तारीख को बदल दिया है। आपको बता दें कि, चुनाव आयोग ने एक चरण में 14 फरवरी को ही उत्तराखंड में मतदान संपन्न कराने की घोषणा की है।
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उत्तराखंड के लोग भी जाते हैं वाराणसी
बीजेपी विधायक देशराज कर्णवाल ने कहा है कि उत्तराखंड में भी रविदास जयंती पर बड़ी संख्या में लोग वाराणसी चले जाते हैं। यहां तक कि मैं खुद हर साल वाराणसी जाता हूं, लेकिन अब 14 फरवरी को मतदान की तारीख होने के कारण यह संभव नहीं हो पाएंगा। ऐसे में हमारी मांग है कि पंजाब की तरह उत्तराखंड में भी मतदान की तारीख आगे बढ़ाने पर विचार किया जाए।
मौसम भी नहीं है अनुकूल
UK Assembly Elections 2022: इसके अलावा कई संगठनों और समाज के विभिन्न वर्गों से भी तारीख को आगे बढ़ाने की मांग है। उनका कहना है कि, सबसे प्रमुख कारण मौसम है। उत्तराखंड में फरवरी में उच्च हिमालयी क्षेत्रों में ठंड और बर्फबारी के कारण लोग पलायन कर जाते हैं। ऐसे में चुनाव आयोग को मतदान तिथि बढ़ाने पर विचार करना चाहिए।
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सीएम चन्नी समेत राजनीतिक दलों ने बदलवाई मतदान की तारीख
बता दें कि, पंजाब में सीएम चरणजीत सिंह चन्नी समेत सभी राजनीतिक दलों ने मिलकर चुनाव आयोग से मतदान की तारीख को आगे बढ़वा लिया है। उनकी मांग थी कि 16 फरवरी को रविदास जयंती के कारण अधिकांश मतदाता राज्य से बाहर वाराणसी चले जाते हैं ऐसे में वे मतदान से वंचित रह जाएंगे। इसलिए 14 फरवरी को होने वाले चुनावों की तारीख बढ़ाई जाएं। इस मांग को स्वीकार करते हुए चुनाव आयोग ने मतदान दिवस की तारीख अब 20 फरवरी कर दी है।
अब उत्तराखंड में बदल सकती है मतदान की तारीख, पंजाब में चुनाव आयोग पहले ही कर चुका बदलाव
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