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सिर्फ नंदीग्राम से लड़ेंगी ममता

ByNI Desk,
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सिर्फ नंदीग्राम से लड़ेंगी ममता
कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष ममता बनर्जी ने सिर्फ एक सीट से चुनाव लड़ने की भाजपा की चुनौती स्वीकार कर ली है। उन्होंने अपनी पारंपरिक भबानीपुर सीट छोड़ दी है। वे सिर्फ नंदीग्राम विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगी। अपनी पार्टी के नेता और इस सीट से विधायक रहे शुभेंदु अधिकारी के पार्टी छोड़ने के बाद पिछले दिनों ममता बनर्जी ने ऐलान किया था कि वे अधिकारी के खिलाफ इस सीट पर चुनाव लड़ेंगी। उस समय ममता बनर्जी के दो सीटों से चुनाव लड़ने की चर्चा थी तब भाजपा ने उन्हें सिर्फ एक सीट से लड़ने की चुनौती दी थी। बहरहाल, ममता बनर्जी ने शुक्रवार को एक साथ 291 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी। राज्य की 294 विधानसभा सीटों में से भाजपा ने दार्जिलिंग की तीन सीटें अपनी सहयोगी पार्टी के लिए छोड़ी है। तृणमूल की सूची में एक सौ ऐसे चेहरे हैं, जो पहली बार चुनाव लड़ेंगे। उम्मीदवारों की सूची जारी करने के बाद खुद ममता ने बताया कि उन्होंने 50 महिलाओं को टिकट दिया है और 42 मुस्लिम उम्मीदवार उतारे हैं। ममता ने 291 में से 96 सीटें अनुसूचित जाति और जनजाति के उम्मीदवारों को दी हैं। हाल में ममता की पार्टी में शामिल हुए पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी हावड़ा के शिबपुर से चुनाव लड़ेंगे। ममता की अपनी पारंपरिक सीट भबानीपुर से शोभनदेव चटोपाध्याय चुनाव मैदान में होंगे। ममता सरकार में वित्त मंत्री रहे अमित मित्रा चुनाव नहीं लड़ेंगे। तृणमूल ने 24 मौजूदा विधायकों के टिकट काटे हैं। ममता ने तृणमूल का समर्थन करने के लिए तेजस्वी यादव, अरविंद केजरीवाल, हेमंत सोरेन और उद्धव ठाकरे को धन्यवाद दिया। ममता बनर्जी ने बताया कि वे नौ मार्च को नंदीग्राम जाएंगी और 10 मार्च को हल्दिया में नामांकन दाखिल करेंगी। इससे पहले शुक्रवार को तृणमूल कांग्रेस की चुनाव समिति की अंतिम बैठक में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और 12 शीर्ष नेताओं ने हिस्सा लिया। ममता ने इस बार टिकट तय करते हुए महिलाओं, युवाओं और एससी-एसटी उम्मीदवारों पर खास ध्यान दिया। इसके अलावा भ्रष्टाचार के आरोपों से मुक्त चेहरों को तरजीह दी। तृणमूल की सूची में कई सितारे उम्मीदवार भी हैं। इसके अलावा कम से कम एक सौ उम्मीदवार ऐसे हैं, जिनकी उम्र 50 साल से कम है।
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