कोलकाता । Mamta’s offer to Dada : प्रिंस ऑफ कोलकाता के नाम से प्रसिद्ध सौरव गांगुली का जन्मदिन अभी एक दिन पहले ही पार हुआ है. भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे सफलतम कप्तानों में सौरव गांगुली का भी नाम आता है. इस साल सौरव गांगुली का यह जन्मदिन काफी यादगार रहा. इसकी मुख्य वजह सौरव गांगुली के घर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का पहुंचना था. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने भाजपा के बाद टीएमसी का भी एक बहुत बड़ा ऑफर ठुकरा दिया है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ममता बनर्जी सौरव गांगुली को ना सर जन्मदिन की शुभकामनाएं देने पहुंची थी बल्कि उन्होंने सौरव को टीएमसी की टिकट पर राज्यसभा जाने का भी प्रस्ताव दिया था.
गांगुली ने ठुकरा दिया दीदी का प्रस्ताव
Mamta’s offer to Dada : मीडिया में चल रही खबरों के अनुसार जब ममता बनर्जी ने सौरव गांगुली को टीएमसी के टिकट पर राज्यसभा जाने का प्रस्ताव दिया तब दादा ने बड़ी विनम्रता से दीदी के प्रस्ताव को मानने से इनकार कर दिया. इस संबंध में जो जानकारी मिल रही है उसके अनुसार सौरव गांगुली ने विनम्र भाव में ममता बनर्जी को कहा कि वह खेल जगत से ही संतुष्ट हैं और उन्हें राजनीति में आने में कोई दिलचस्पी नहीं है. इसके साथ ही सौरव गांगुली ने ममता बनर्जी को उनके प्रस्ताव के लिए शुक्रिया भी कहा लेकिन राजनीति में आने से साफ इनकार कर दिया.
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भाजपा ने भी किया था प्रयास
Mamta’s offer to Dada : 2021 में संपन्न हुए बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान इस बात की खूब चर्चा हो रही थी कि सौरव गांगुली को भाजपा ममता बनर्जी के विरुद्ध खड़ा कर सकती है. बंगाल चुनाव के दौरान मीडिया में उस समय यह भी खबर चल रही थी कि बंगाल मुख्यमंत्री का चेहरा भाजपा सौरव गांगुली को बना सकती है. हालांकि चुनाव के ठीक पहले सौरव गांगुली को हार्ट अटैक आ गया और इन सारे अटकलों पर विराम लग गया. ऐसे में सौरव गांगुली पर किसी भी राजनीतिक पार्टी के साथ जोड़ने का कोई सवाल ही नहीं उठा. अब जब टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने सौरव गांगुली को आगे से आकर न्यौता दिया तो उन्होंने राजनीति से दूरी बनाने को ही बेहतर समझा.
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