नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगले दशक में युवाओं के नेतृत्व पर भरोसा व्यक्त करते हुए रविवार को कहा कि इनके सामर्थ्य से देश का विकास होगा और भारत को आधुनिक बनाने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
मोदी ने आकाशवाणी पर अपने मासिक कार्यक्रम ‘मन की बात’ में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आधुनिक युवा व्यवस्था पर भरोसा करता है और उन्हें अराजकता, अव्यवस्था, अस्थिरता, परिवारवाद, जातिवाद, अपना-पराया, स्त्री-पुरुष जैसे भेद-भावों से चिढ़ है और इसको पसंद नहीं करते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा, “ हमारी ये पीढ़ी बहुत ही प्रतिभाशाली है। कुछ नया करने का, अलग करने का, उसका ख्वाब रहता है। उसके अपने विचार भी होते हैं और सबसे बड़ी खुशी की बात ये है, और विशेष करके, मैं, भारत के बारे में कहना चाहूँगा, कि, इन दिनों युवाओं को हम देखते हैं कि वे व्यवस्था पसंद करते हैं। वे इस मानते भी है और कभी, कहीं इस का पालन नहीं होता तो वे बैचेन भी हो जाते हैं और हिम्मत के साथ सवाल भी करते हैं।
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उन्होेंने कहा कि एक बात तो पक्की है कि हमारे देश के युवाओं को अराजकता के प्रति नफ़रत है। अव्यवस्था, अस्थिरता से उनको बड़ी चिढ़ है। वे परिवारवाद, जातिवाद, अपना-पराया, स्त्री-पुरुष जैसे भेद-भावों को पसंद नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कहा, “ युवा पीढ़ी एक नए प्रकार की व्यवस्था, नए प्रकार का युग, नए प्रकार की सोच, इसको, हमारी युवा-पीढ़ी परिलक्षित करती है। आज, भारत को इस पीढ़ी से बहुत उम्मीदे हैं। इन्हीं युवाओं को, देश को, नई ऊँचाई पर ले जाना है।
स्वामी विवेकानंद का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा कि भारत में अगला दशक न केवल युवाओं के विकास का होगा, बल्कि, युवाओं के सामर्थ्य से, देश का विकास करने वाला भी साबित होगा और भारत आधुनिक बनाने में इस पीढ़ी की बहुत बड़ी भूमिका होगी। उन्होंने कहा, “ आने वाली 12 जनवरी को विवेकानंद जयंती पर, जब देश, युवा-दिवस मना रहा होगा, तब प्रत्येक युवा, इस दशक में, अपने इस दायित्व पर जरुर चिंतन भी करे और इस दशक के लिए अवश्य कोई संकल्प भी ले।