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ब्राजील के वैज्ञानिकों ने निकाला कोरोना का तोड़, सांप के जहर से रुकेगा वायरस का प्रसार

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ब्राजील के वैज्ञानिकों ने निकाला कोरोना का तोड़, सांप के जहर से रुकेगा वायरस का प्रसार
साओ पाउलो |  वर्ष 2020 से फैले कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में तबाही मचा रखी है। पूरी दुनिया के  वैज्ञानिक रिसर्च में लगे हुये हैं। इसके बाद कोरोना वैक्सीन आई। हाल ही में ब्राजील के वैज्ञानिकों ने कोरोना की दवाई को लेकर एक बड़ा दावा किया है। ( Corona treatment ) वैज्ञानिकों ने कहा है कि उन्होंने इसके प्रसार को रोकने के लिए एक कारगर उपाय ढूंढ़ लिया है। ब्राजील के वैज्ञानिकों का कहना है कि कोरोना वायरस को रोकने के लिए सांपों का जहर कारगर है। वैज्ञानिकों ने इस मामले में रिसर्च भी की है और जो परिणाम निकले हैं वो इस प्रकार है.. also read: ICC Test Ranking : रन मशीन को लगा “जंग”, दुनिया में रूट और भारत में रोहित Top पर

बंदर की कोशिकाओं में रोक दिया कोरोना का प्रजनन ( Corona treatment )

एक रिपोर्ट के अनुसार ब्राजील के रिसर्चर ने स्टडी में पाया कि एक प्रकार के सांप के जहर में एक अणु ने बंदर की कोशिकाओं में कोरोना वायरस प्रजनन को रोक दिया। वैज्ञानिक पत्रिका Molecules में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि Jararacussu Pit Viper सांप में निर्मित अणु ने बंदर की कोशिकाओं में 75% तक ( Corona treatment ) गुणा करने की वायरस की क्षमता को रोक दिया। इस रिसर्च को कोरोना वायरस का मुकाबला करने के लिए किसी दवा के आविष्कार की ओर पहला कदम माना जा रहा है। साओ पाउलो विश्वविद्यालय के प्रोफेसर Rafael Guido ने कहा कि हमने पाया कि सांप के जहर का यह घटक कोरोना वायरस के महत्वपूर्ण प्रोटीन को बाधित करने में सक्षम था।

 सांपों को पकड़े बिना ही रिसर्च

अणु एक पेप्टाइड या अमीनो एसिड की चेन है। जो कोरोनावायरस के PLPro नाम के एक एंजाइम से जुड़ सकता है। यह अन्य कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाए बिना कोरोना वायरस के प्रजनन को बाधित कर सकता है। Rafael Guido ने कहा कि peptide को पहले से ही अपने जीवाणुरोधी गुणों के लिए जाना जाता है। इसे प्रयोगशाला में सिंतेसाइज्ड किया जा सकता है। गुइडो ने कहा कि इस रिसर्च के लिए सांपों को पकड़ना जरूरी नहीं है। बुटान इंस्टीट्यूट के जैविक संग्रह को चलाने वाले एक पशु चिकित्सक Giuseppe Puorto ने कहा कि हम ब्राजील के आसपास जराकुसु का शिकार करने के लिए बाहर जाने वाले लोगों के बारे में सोचकर चिंतित हैं। वे शिकारी सोचते हैं कि ऐसा करके वे दुनिया को बचाने जा रहे हैं, जबकि ऐसा नहीं है। Giuseppe Puorto ने कहा कि केवल यही विष ऐसा नहीं है, जो कोरोना वायरस का इलाज कर सकता है।

इंसानों पर भी रिसर्च करेंगे शोधकर्ता ( Corona treatment )

स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ साओ पाउलो ने कहा कि रिसर्चर सांप के जहर के अणु की विभिन्न खुराक की दक्षता का मूल्यांकन करेंगे। वे यह जांच करेंगे कि क्या जहर का यह अणु कोरोना वायरस को कोशिकाओं में प्रवेश करने से रोकने में सक्षम है।  संस्थान ने उम्मीद जताई कि रिसर्चर ह्यूमन सेल में भी इसका टेस्ट करेंगे। हालांकि उन्होंने इस संबंध में कोई टाइम लाइन नहीं बताई है। ( Corona treatment ) बताते चलें कि Jararacussu ब्राजील के सबसे लंबे सांपों में से एक हैं। इनकी लंबाई 6 फीट (2 मीटर) तक होती है। ये सांप तटीय अटलांटिक वनों में रहते हैं। ये सांप बोलीविया, पराग्वे और अर्जेंटीना में भी पाए जाते हैं।
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