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cowin app cyber crime: कोविन के डुप्लीकेट ऐप से रहें सावधान नहीं तो हो जाएंगे ठन-ठन गोपाल

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cowin app cyber crime: कोविन के डुप्लीकेट ऐप से रहें सावधान नहीं तो हो जाएंगे ठन-ठन गोपाल
new delhi: भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने आतंक मचा रखा था लेकिन अब कोरोना के मामलों में गिरावट आने लगी है। इसकी एक बड़ी वजह कोरोना वैक्सीन भी है। भारत में बड़ी संख्या में टीकाकरण अभियान चल रहा है। 1 मई से 18+ का वैक्सीनेशन का शुरु हुआ था। जिसके लिए कोविन ऐप से रजिस्ट्रेशन करना पड़ता है। वैक्सीन लगवाने के लिए स्लॉट बुक करना होता है। शेड्यूल चुन कर तय समय पर वैक्सीनेशन कराना होता है। लेकिन जहां एक ओर देश में कोरोना रोधी टीकों की मांग और पूर्ति में भारी अंतर है तो वहीं कुछ लोग इसका फायदा उठाने में लगे हैं। कुछ लोग वैक्सीन के नाम पर लोगों को ठग रहे है। आजकल इस प्रकार की घटना देखने को मिल रही है। इसलिए आप सतर्क रहें। अगर आपके पास कोई भी वैक्सीन से संबंधित लिंक आता है तो उस पर बिल्कुल भी क्लिक ना करें। इसे भी पढ़ें JMI Recruitment 2021: जामिया युनिवर्सिटी में प्रोफेसर के पदों पर भर्ती, आवेदन की अंतिम तिथी 30जून

Cowin से मिलते-जुलते ऐप

Cowin वेबसाइट पर आपके वैक्सीनेशन से जुड़ी सारी जानकारी होती है। अब हैकर्स ने इस वेबसाइट को भी निशाना बना लिया है। वेबसाइट के नाम से मिलते जुलते अन्य वेबसाइट्स और ऐप्स बना लिए हैं। अगर आप इसकी गिरफ्त में आ गए तो बैंक अकाउंट के खाली होने तक का डर है।कोविन ऐप से जुड़े बहुत से ऐप बना लिए गए है। इनसे सावधान रहें। कोविन ऐप में भारत सरकार से जुड़ी एक मोहर होती है बुरिंग करने से पहले उसे जरूर देख ले।

हैकर्स स्लॉट में  देरी का फायदा उठा रहे

वैक्सीन के लिए स्लॉट बुक कराते समय बहुत लंबा इंतज़ार करना पड़ रहा है। आसानी से वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं हो रहे है। इसलिए हैकर्स स्लॉट मिलने में होने वाली देरी का फायदा उठाते हुए लोगों को एक मैसेज भेज रहे हैं जिसमें स्लॉट बुक करने की बात लिखी होती है। SMS के साथ एक लिंक भी होता है। यह लिंक एंड्रायल मालवेयर होता है। जैसे ही कोई व्यक्ति संबंधित लिकं पर क्लिक करेगा तो वह मालवेयर फोन में इंस्टाल हो जाता है।

सावधान रहें सतर्क रहें

यह मालवेयर फोन में सेव किए गए कॉन्टैक्ट्स, एसएमएस के साथ अन्य जानकारियां भी निकाल लेता है। साइबर सिक्योरिटी फर्म ESET Lukas Stefank की ओर से किए गए रिसर्च में पाया गया है कि यह मालवेयर इसी साल अप्रैल में आया और अब तक एक्टिव है।CERT-In ने बताया था कि एसएमएस के जरिए जो फेक मैसेज वायरल किया जा रहा है उसमें वैक्सीन के लिए कराए जा रहे रजिस्ट्रेशन का गलत दावा किया जा रहा है। इसके संबंध में मोबाइल फोन य़ूजर्स को अलर्ट होना चाहिए। इस एसएमएस में एक लिंक पर क्लिक करने को कहा जाता है। CRET-In ने कहा था कि ऐप फोन से मैसेज के जरिए खुद ही एक से दूसरे कॉन्टैक्ट तक जाने लगता है। इससे निजी जानकारी से लेकर आर्थिक गतिविधियों तक पर निशाना साधा जा सकता है। इससे यूजर्स को सावधान रहना चाहिए। इस मालवेयर के जरिए हैकर्स फोन में अकाउंट संबंधी डिटेल प्राप्त कर लेंगे और आपका सारा अकांउट खाली कर देगे।
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