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CM Tirath singh Rawat के नाक के नीचे से अस्पताल प्रबंधन ने छिपाए 65 संक्रमित मौतों के आंकड़ें

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CM Tirath singh Rawat के नाक के नीचे से अस्पताल प्रबंधन ने छिपाए 65 संक्रमित मौतों के आंकड़ें
Dehradun: देश में कोरोना की दूसरी लहर से अभी भी हालत खराब है. इन हालातों में भी देश के कुछ राज्यों के सीएम की ओर से हास्यपद बयान आए हैं. इनमें सबसे उपर शामिल है उत्तराखंड के सीएम तीरथ सिंह रावत का नाम. बता दें कि हाल में ही सीएम तीरथ सिंह ने कोरोना के कहर के बीच एत अजीब बयान दिया था. तीरथ सिंह ने कहा था कि कोरोना का भी घर परिवार है. सीएम के इस बयान के बाद से उनकी काफी फजीहत भी हुई थी. अब उत्तराखंड के हरिद्वार से एक बार फिर बड़ा लापरवाही की खबर सामने आई है. जानकारी के अनुसार हरिद्वार के एक निजी अस्पताल ने कथित तौर पर नियमों का खुला उल्लंघन करते हुए एक पखवाडे़ से भी ज्यादा समय तक स्वास्थ्य अधिकारियों से अपने यहां हुई कोविड मरीजों की मौतों की संख्या छिपाई है. अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी. हरिद्वार के बाबा बर्फानी अस्पताल में 25 अप्रैल से लेकर 12 मई के बीच 65 कोविड मरीजों की मृत्यु हुई लेकिन अस्पताल प्रशासन ने राज्य कोविड नियंत्रण कक्ष से ये आंकडे़ छिपा लिए.

अस्पताल प्रबंधन ने बनाए कई बहानें

इस संबंध में राज्य कोविड नियंत्रण कक्ष के अधिकारियों ने बताया कि जब अस्पताल प्रबंधन को कार्रवाई का डर दिखाया गया तब यह सच उजागर हुआ और प्रबंधन ने मौतों के आंकडे न बताने के लिए स्टॉफ की कमी जैसे बहाने बनाए. चीफ ऑपरेटिंग अधिकारी अभिषेक त्रिपाठी ने बताया कि राज्य भर के अस्पतालों को महामारी से पीडि़त मरीजों की मौत के 24 घंटे के भीतर उसकी सूचना कोविड नियंत्रण कक्ष को देनी होती है. प्रदेश के कैबिनेट मंत्री और राज्य सरकार के प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने कहा कि इस मामले की जांच की जा रही है और लापरवाही के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इसे भी पढें-  Corona Alert: उत्तराखंड में 1000 बच्चे पाए गये संक्रमित, क्या तीसरी लहर की है ये शुरूआत ??

उत्तराखंड में मृत्यू दर में अचानक हुई है बढ़ोतरी

उत्तराखंड में हाल के हफ्तों में कोविड मरीजों की मृत्यु दर में अचानक हुयी बढ़ोत्तरी के लिए जहां ज्यादातर लोग निजी अस्पतालों द्वारा रोज की बजाय लंबे अंतराल में कोविड नियंत्रण कक्ष को अपने यहां होने वाली मौतों की सूचना देना मानते हैं, वहीं प्रदेश के स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी ने सभी अस्पतालों को लिखे एक कडे़ पत्र में उन्हें सभी सूचनाएं दैनिक आधार पर देने के आदेश दिये हैं तथा कहा है कि ऐसा न होने की स्थिति में उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. पत्र में नेगी ने कहा कि अस्पतालों को कोविड मरीजों की 'डेथ समरी' उसी दिन राज्य कोविड नियंत्रण कक्ष में देनी होगी अन्यथा महामारी अधिनियम के तहत दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. इसे भी पढें- शर्म आती ही नहीं …. देश में यहां मृतक की बॉडी को कूड़ा उठाने वाली गाड़ी में ले जाते दिखे निगम कर्मी
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