New Delhi: देश में कोरोना की दूसरी नहर के कारण जो भी स्थिति बनी उसका कारण कहीं ना कहीं भारत की राजनीतिक पार्टियों की महत्वकांक्षी भी थी. देश के जिन भी 5 राज्यों में चुनाव संपन्न कराए गए उन सभी में कोरोना के आंकड़ों में जबरदस्त उछाल पाया गया था. कर्नाटक हाईकोर्ट में चुनाव प्रचार के दौरान आयोजित की गई एक रैली के दौरान कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाने पर सुनवाई चल रही थी. सुनवाई के दौरान कर्नाटक हाईकोर्ट में पुलिस कमिश्नर से पूछा है कि जब रैलियों में गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाई जा रही थी तो रैलियों में शामिल नेताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज क्यों नहीं की गई. हाईकोर्ट ने पूछा कि अमित शाह के ऊपर प्राथमिकी क्यों नहीं दर्ज की गई.
हाइकोर्ट ने सख्त लहजे में पूछा - अमित शाह पर क्यों नहीं हुई FIR
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