नई दिल्ली | ब्रिटेन द्वारा भारत की कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड (Covishield Vaccine) को मान्यता नहीं देने के मुद्दे को भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने ब्रिटेन के सामने उठाया है। विदेश सचिव ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी। विदेश मंत्री ने कहा कि, कोविशील्ड वैक्सीन की गैर-मान्यता एक भेदभावपूर्ण नीति है और यूके की यात्रा करने वाले भारतीय नागरिकों को प्रभावित (India Strict on Covishield) करती है। जिसके बाद ब्रिटेन ने इस मामले को जल्द सुलझाने का आश्वासन दिया है।
ये भी पढ़ें :- कांग्रेस को पश्चिम बंगाल में जोरदार झटका, 5 बार कांग्रेस विधायक रहे Mainul Haque थामने जा रहे TMC का हाथ
यूके की यात्रा के दौरान होना पड़ सकता है क्वारंटीन
ब्रिटेन में जिन देशों के कोविड-19 टीकों को मंजूरी होगी उसमें भारत शामिल नहीं है। इसका मतलब यह है कि भारतीय सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया का कोविशील्ड टीका लगवा चुके भारतीय लोगों को यूके की यात्रा के दौरान अनिवार्य रूप से पीसीआर जांच करानी होगी तथा तय पतों पर क्वारंटीन में रहना होगा।
ये भी पढ़ें :- Mahant Narendra Giri की मौत का राज खोलेंगे मोबाइल से मिले Video, जांच के लिए SIT का गठन
ब्रिटेन में चार अक्टूबर से प्रभावी होगी टीकों की सूची
गौरतलब है कि, ब्रिटेन में अगले महीने चार अक्टूबर से प्रभावी होने वाले नए नियमों के अनुसार विभिन्न देशों के टीकों को लेकर जारी विस्तृत सूची में भारतीय टीकों को मान्यता (India Strict on Covishield) नहीं दी गई है। ब्रिटेन की यात्रा के संबंध में फिलहाल लाल, एम्बर और हरे रंग की तीन अलग अलग सूचियां बनाई गई हैं। खतरे के अनुसार अलग-अलग देशों को अलग अलग सूची में बांटा गया है। लाल सूची में शामिल देशों के यात्रियों की ब्रिटेन की यात्रा पर पाबंदी रहेगी। भारत अभी एम्बर सूची में शामिल है। जिसके अनुसार, केवल कुछेक यात्रियों को ही PCR Test से छूट मिल सकेगी।
ये भी पढ़ें :- यूपी में जेवर एयरपोर्ट के ही नजदीक बनेगी इलेक्ट्रॉनिक सिटी, 17 हजार करोड़ से अधिक का निवेश
ब्रिटेन की यात्रा के दौरान होना पड़ सकता है क्वारंटीन, Covishield को मान्यता नहीं देने पर भारत ने जताया कड़ा ऐतराज
और पढ़ें
-
चुनाव आयोग की तैयारियों की पोल खुली
चुनाव आयोग का मुख्य काम लोकसभा और राज्यों के विधानसभा चुनाव कराने का है। किसी भी राज्य में विधानसभा चुनाव...
-
चार जून और चार सौ पार का नारा
चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव के लिए वोटों की गिनती चार जून को क्यों तय की? पिछली बार यानी 2019...
-
लेफ्ट और कांग्रेस का विरोधाभास
देश में आमतौर पर गठबंधन बनाने का काम विपक्षी पार्टियों का होता है और माना जाता है कि सत्ता पक्ष...
-
तमिलनाडु के राज्यपाल का नया विवाद
तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि और राज्य की डीएमके सरकार का विवाद खत्म ही नहीं हो रहा है। लोकसभा चुनाव...