कारोबार

RBI की रिपोर्ट में कोरोना की दूसरी लहर से दो लाख करोड़ का झटका, ये बताया गया मुख्य कारण

Share
RBI की रिपोर्ट में कोरोना की दूसरी लहर से दो लाख करोड़ का झटका, ये बताया गया मुख्य कारण
नई दिल्ली। कोरोना की दूसरी लहर का असर बाजारों पर खूब पड़ा है. देश के लगभग सभी राज्यों में पिछले कुछ महीनों में लॉकडाउन लगाया गया है. अब इस संबंध में भारतीय रिजर्व बैंक ने भी बयान जारी कर कहा है कि कोरोना की दूसरी लहर से देश की इकोनॉमी को करीब 2 लाख करोड रुपए का झटका लग सकता है. यहां बता दें कि आर्थिक उत्पादन से जीडीपी का सीधा संबंध तो नहीं होता है लेकिन उसका कुछ प्रभाव देश की अर्थव्यवस्था पर जरूर पड़ता है. आरबीआई समेत कई एजेंसियों ने पहले ही ग्रोथ के अनुमान को घटा दिया है. आरबीआई ने इस वर्ष की जीडीपी को 10.5% रहने का अनुमान जताया था लेकिन बाद में इसे संशोधित कर 9.5% कर दिया है.

बैंकों में जमा पैसों को ज्यादा निकाला गया

इसके पीछे का कारण बताते हुए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने कहा है कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान लोगों की आर्थिक स्थिति ज्यादा खराब हुई है. आरबीआई की ओर से कहा गया कि दूसरी लहर के दौरान लोगों ने बैंक में जमा पैसे और ज्यादा निकाले हैं. आरबीआई ने कहा कि महामारी के कारण इलाज पर खर्च के कारण भी बैंकों से ज्यादा पैसा निकाला गया है यही कारण है कि लोगों के पास कैश की कमी हुई है. आरबीआई ने आंकड़े जारी करते हुए बताया कि 1 साल पहले बाजार में 3.5% के आस्था जबकि मौजूदा हाल में यह घटकर 1.7% ही रह गया. इसे भी पढ़ें - गंगा दशहरा 2021 : जानें कब है गंगा दशहरा, शुभ मुहुर्त और मां गंगा के पृथ्वी पर अवतरित होने की कहानि

अब राहत मिलने की उम्मीद

दूसरी लहर से फिलहाल देश को राहत मिली है. यही कारण है कि भारत की अर्थव्यवस्था कोरोना केस कहर से निपटने का प्रयास कर रही है. हालांकि मौजूदा हालात को देखकर यह कहा जा सकता है कि आने वाले कुछ दिनों में भारतीय अर्थव्यवस्था एक बार फिर से रिकवरी कर सकती है. भारत के आरबीआई के डिप्टी गवर्नर एमडी पात्रा द्वारा  तैयार की गई रिपोर्ट में कहा गया था सितंबर 2021 तक 70 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा गया है. इसके लिए देश में रोजाना 93 लाख लोगों को रोजाना वैक्सीन लगानी होगी. इसे भी पढ़ें- Monsoon ने पकड़ी रफ्तार, कई राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट, मरूभूमि में जमकर बरसे बादल
Published

और पढ़ें