नई दिल्ली | देश में कोरोना की तीसरी लहर के बारे में भविष्यवाणी करते हुए कहा गया था कि कोरोना की तीसरी लहर से बच्चे ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं. इसका कुछ प्रभाव देखने को भी मिलने लगा है. महाराष्ट्र में तेजी से बच्चों में कोरोना का संक्रमण बढ़ता जा रहा है. इसी बीच AIIMS के निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने एक राहत वाली खबर दी है. उन्होंने कहा है कि देश में कोरोना की दूसरी लहर के आने के पहले ही बच्चों के लिए भी कोरोना की वैक्सीन आ सकती है. हालांकि उन्होंने अभी इस बात की पुष्टि नहीं की है. लेकिन उम्मीद की जा रही है कि आने वाले समय में फाइजर और मॉडर्ना की कोरोना वैक्सीन जल्द ही बच्चों को लगाई जाएगी.
तीसरी लहर से बच्चों को बचाने के लिए वैक्सीनेशन जरूरी
AIIMS के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर के पहले बच्चों के लिए वैक्सीनेशन करना बहुत जरूरी है. उन्होंने कहा की अब तक कोरोना के अध्ययन करने के बाद जो पता चला है उससे यही समझ आता है कि वैक्सीनेशन से ही कोरोना से बचा जा सकता है. बता दें कि गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से भी संकेत दिए गए थे कि फाइजर और मॉडर्ना को जल्द ही स्वीकृति दी जा सकती है. हालांकि स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से यह भी कहा गया था कि किसी भी विदेशी वैक्सीन के देश में ट्रायल के बाद ही उसे इस्तेमाल के लिए मंजूरी दी जाएगी.
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केंद्र सरकार जल्द कर सकती है बड़ी एलान
बता दें कि भारत सरकार ने सिर्फ पुल कोरोना वैक्सीनो को देश में लगाने की अनुमति दी है, जिन्हें ब्रिटेन, अमेरिका, यूरोपियन यूनियन और विश्व स्वास्थ्य संगठन आदि से मंजूरी मिल चुकी है. बच्चों में कोरोना का संक्रमण को देखते हुए उम्मीद है कि जल्द ही केंद्र सरकार वैक्सीनेशन को लेकर कोई बड़ा ऐलान करेगी जिससे तीसरी लहर के प्रभाव को कम किया जा सकेगा.
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