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ये जो उथल-पुथल है

donald trumpImage Source: ANI

donald trump: डॉनल्ड ट्रंप ने डीपसीक को सिलिकॉन वैली के लिए चेतावनी कहा है। ट्रंप ने जो बात कही, वही धारणा हर जगह है कि जब सस्ते में सारा काम हो सकता है, तो अमेरिकी कंपनियों के महंगे चिप को आखिर कौन खरीदेगा?

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भारतीय मीडिया में अक्सर शेयर बाजारों में अचानक हुई बड़ी गिरावट के लिए कत्ल-ए-आम या रक्तपात जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया जाता है।(donald trump)

सोमवार को वैसे यूरोप एवं एशिया के अन्य देशों की तरह भारत के शेयर बाजारों को भी कम झटके नहीं लगे, मगर असल कहानी अमेरिका में सामने आई। वॉल स्ट्रीट में जो हुआ, उसे रक्तपात ही कहा जाएगा।

आखिर ऐसा आम तौर पर नहीं होता, जब वर्षों से सबसे बेहतर प्रदर्शन कर रहीं कंपनियों के शेयरों के भाव पाताल में जाते दिखें!(donald trump)

अमेरिका में लगातार ऊंचे होते गए शेयर सूचकांक असल में ‘शानदार सात’ कही जाने वाली टेक कंपनियों की सफलता रही है। उनमें हाल में सर्वाधिक लाभ कंप्यूटर चिप बनाने कंपनी एनविडिया ने हासिल किए थे।

बिलियन डॉलर की रिकॉर्ड गिरावट

उसी कंपनी के सकल बाजार मूल्य में सोमवार को 593 बिलियन डॉलर की रिकॉर्ड गिरावट आई। उधर चिप निर्माता एक अन्य कंपनी ब्रॉडकॉम इन्क के शेयरों के भाव में 17.4 फीसदी गिरावट आई।(donald trump)

वैसे झटका तमाम टेक कंपनियों को लगा। इस बड़े घटनाक्रम की वजह चीन की एक कंपनी की ओर से तैयार जेनेरेटिव एआई ऐप डीपसीक के कारण मची उथल-पुथल है।

वजह सिर्फ यह नहीं है कि चीन की भी एक कंपनी ने उच्च तकनीक में महारत दिखा दी है। बल्कि उसने जिस तरह ऐसा किया, उसने बाकी दुनिया को झकझोर रखा है।(donald trump)

जहां अमेरिकी कंपनियों ने ऐसे ऐप तैयार करने में 5.5 बिलियन डॉलर तक खर्च किए, वहीं डीपसीक पर हुआ खुल खर्च सिर्फ 60 लाख डॉलर है।

नतीजा बाजार में रिकॉर्ड बिकवाली

कंपनी ने कम क्षमता के चिप का इस्तेमाल करते हुए बराबर या बेहतर प्रदर्शन वाला ऐप तैयार कर दिया।

साथ ही उसने अपनी सारी प्रक्रिया ओपन सोर्स में डाल दी- यानी उसे कोई भी देख सकता है और चाहे तो नकल कर सकता है।(donald trump)

खुद अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने इस घटना को सिलिकॉन वैली के लिए चेतावनी कहा है। हालांकि उन्होंने इसे अच्छी घटना बताया है।

ट्रंप ने जो बात कही, वही धारणा हर जगह है कि जब सस्ते में वो सारा काम हो सकता है, तो अमेरिकी कंपनियों के महंगे चिप की जरूरत क्या है? नतीजा बाजार में हुई रिकॉर्ड बिकवाली है।(donald trump)

By NI Editorial

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