‘आदिपुरुष’ रामायण पर आधारित है और दक्षिण की चार भाषाओं के साथ हिंदी में भी रिलीज़ हो रही है। ओम राउत के निर्देशन वाली इस फिल्म में प्रभास और कृति सैनन को हम राम और सीता की भूमिकाओं में देखेंगे जबकि सैफ़ अली खान को रावण की। पिछले साल जब इसका पहला ट्रेलर आया था तो उसका खूब विरोध हुआ था। विरोध करने वालों में भाजपा और विश्व हिंदू परिषद भी थे। उनके मुताबिक इस फिल्म के जरिए हिंदू भावनाओं पर हमला किया जा रहा है। हार कर इसके निर्माताओं को कई सीन हटाने पड़े। कई चरित्रों के मेकअप और लिबास बदलने पड़े। बहुत से वीएफएक्स भी बदले गए। बताते हैं कि इसकी लागत पांच सौ करोड़ को पार कर गई है। इसीलिए अब ऐसे उपाय किए जा रहे हैं कि फिल्म ज्यादा से ज्यादा चले। निर्माताओं ने घोषणा की है कि देश-विदेश के जिस भी थिएटर में यह फिल्म दिखाई जाएगी वहां हनुमान जी के लिए एक सीट खाली रखी जाएगी। मान्यता है कि जहां कहीं भी रामकथा होती है, वहां हनुमान भी उपस्थित रहते हैं। इसीलिए यह फैसला किया गया है। इसका मतलब हुआ कि हर थिएटर में कोई एक सीट ऐसी होगी जिसे छेंक दिया जाएगा और शायद उस पर लिखा भी होगा कि यह हनुमान जी के लिए है। केवल भारत में ही इसे 6200 थिएटरों पर रिलीज़ किया जा रहा है।
फिल्म के पहले ट्रेलर के समय जैसा विरोध दिख रहा था, दूसरे ट्रेलर के बाद इसका उतना ही ज्यादा स्वागत हो रहा है। ‘द कश्मीर फ़ाइल्स’ बनाने वालों में शामिल रही कंपनी अभिषेक अग्रवाल आर्ट्स ने तो ‘आदिपुरुष’ के कम से कम दस हजार टिकट मुफ़्त में बांटने का ऐलान कर दिया है। कंपनी ने कहा है कि भगवान राम की भक्ति में वह ऐसा कर रही है। अभिनेता रणबीर कपूर भी इस फिल्म की दस हज़ार टिकटें खरीदने वाले हैं। वे उस वर्ग के बच्चों को यह फिल्म दिखाना चाहते हैं जो टिकट खरीद कर थिएटर जाने की हालत में नहीं है। दिलचस्प बात यह है कि फिल्मकार नीतेश तिवारी भी रामायण पर फिल्म बनाने वाले हैं और उसमें राम की भूमिका के लिए रणबीर कपूर और सीता के लिए आलिया भट का नाम चल रहा है। सो, कह सकते हैं कि हज़ारों गरीब बच्चों को फिल्म दिखाने का आइडिया रणबीर कपूर की राम-भक्ति का प्रकटीकरण है।