
भोपाल। प्रदेश में अप्रैल में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी पड़ रही है तो दूसरी तरफ सियासत का पारा भी तेजी से चल रहा है। रामनवमी पर खरगोन में हुए दंगे के बाद इसकी चपेट में दिग्गज भी झुलसने लगे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खिलाफ मुकदमा कायम किया गया है। वहीं हिंदू और मुस्लिम संगठन भी सक्रिय हो गए हैं। दोनों ही संगठनों ने सरकार से कार्यवाही करने की मांग की है। madhyapradesh politics bjp congress
दरअसल, रामनवमी के जुलूस पर पथराव के बाद खरगोन में जिस तरह से दंगे भड़के उसके बाद प्रदेश में सियासी पारा भी सियासी पारा भी चढ़ने लगा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिग्विजय सिंह पर धार्मिक उन्माद फैलाने का आरोप लगाया है। दिग्विजय सिंह ने एक धार्मिक स्थल पर युवक द्वारा भगवा झंडा फहराने का फोटो शेयर किया था। विवाद बढ़ने पर उसे हटा भी दिया ट्विटर से लेकिन दिग्विजय सिंह पर आईपीसी की धारा 52/22u/s153 1 295a 465 505 2 धाराओं के अंतर्गत इस दर्ज किया गया।
दिग्विजय सिंह के खिलाफ भाजपा नेता तो हमलावर हो ही गए हैं। कांग्रेस विधायक सोहन बाल्मीकि ने भी मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह ने जो ट्वीट किया है, फोटो शेयर किया है, उसके प्रमाण दें। अपने ट्वीट से कांग्रेस को कटघरे में खड़ा ना करें सोहन बाल्मीकि छिंदवाड़ा जिले के परासिया से कांग्रेस विधायक है। यही नहीं ग्वालियर सेंट्रल जेल में एनएसयूआई नेता शिवराज यादव बंद हैं। उनसे मिलने दिग्विजय सिंह के जेल अधीक्षक ने वीआईपी ट्रीटमेंट दिया और इसके बाद सरकार ने जेल अधीक्षक मनोज साहू को निलंबित कर दिया।
बहरहाल, एक के बाद एक बदलते घटनाक्रम से प्रदेश की सियासत में उबाल आ गया है। आरोप-प्रत्यारोप का दौर बढ़ गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का कहना है प्रदेश में दंगा फैलाने वालों की साजिश बर्दाश्त नहीं की जाएगी, चाहे वह कोई भी हो। ऐसी हरकत करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। खरगोन में दंगाइयों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई जारी है। कैबिनेट की बैठक के पहले कानून व्यवस्था की समीक्षा की गई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अलावा गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, मुख्य सचिव इकबाल सिंह और एसीएस होम एवं राजेश राजौरा, डीजीपी सुधीर सक्सेना विशेष रूप से उपस्थित थे। बैठक में अधिकारियों ने बताया कि अब तक पंचानवे दंगाइयों को हिरासत में लेने को गिरफ्तार करने की कार्रवाई की जा चुकी है।
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दंगाइयों से लगभग 20 करोड़ की शासकीय भूमि मुक्त कराई गई। क्लेम ट्रिब्यूनल द्वारा दंगाइयों की संपत्ति की कुर्की और नीलामी होगी जिसके लिए फाइनल ड्राफ्ट तैयार किया जा रहा है। उधर विपक्षी दल कांग्रेस ने 5 कांग्रेस नेताओं की जो कमेटी बनाई थी जो खरगोन जाकर जांच करेगी उसकी रिपोर्ट आने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ अगला कदम उठाएंगे।
कुल मिलाकर मौसम ही नहीं सियासत में भी उबाल आ गया है और आगामी ले लो इसके और बढ़ने के आसार हैं। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 22 अप्रैल को भोपाल आ रहे हैं। इसके पहले सरकार जहां पूरे प्रदेश में सामान्य कर लेना चाहते हैं और इसके लिए सख्त कदम भी उठा रही है। वहीं विपक्षी दल कांग्रेस के नेता लगातार आरोप लगाकर मामले को उठा रहे हैं। madhyapradesh politics bjp congress