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युवा सीएम होने का धामी को फायदा

ByNaya India,
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युवा सीएम होने का धामी को फायदा
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कुमाऊं मंडल के चंपावत विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव लड़ रहे है। ये चुनाव न केवल उनकी राजनीति का निर्णायक मोड है बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा हाईकमान और संघ परिवार सबके इस फैसले की परीक्षा है उत्तराखंड का भविष्य धामी की धमक से है। चंपावत के मतददाता केवल विधायक नहीं बल्कि मुख्यमंत्री व प्रदेश में भाजपा के भविष्य का फैसला करने वाले है। चंपावत में 31 मई को मतदान होना है।   हरिद्वार से सत्य पांडे चंपावत। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कुमाऊं मंडल के चंपावत विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव लड़ रहे है। ये चुनाव न केवल उनकी राजनीति का निर्णायक मोड है बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा हाईकमान और संघ परिवार सबके इस फैसले की परीक्षा है उत्तराखंड का भविष्य धामी की धमक से है। चंपावत के मतददाता केवल विधायक नहीं बल्कि मुख्यमंत्री व प्रदेश में भाजपा के भविष्य का फैसला करने वाले है। चंपावत में 31 मई को मतदान होना है। भाजपा संगठन ने उपचुनाव  जीतने के लिए पूरी ताकत झोंका है। मुख्यमंत्री आंधी, तूफान की परवाह किए बिना विधानसभा क्षेत्र में लगातार जन संपर्क बनाए हुए है। उनके कई रोड शो हुए है। मुख्यमंत्री ने कहीं कुमाऊनी भाषा में  और कहीं हिंदी में लोगों को अपनी बातें बताई और जनता से चंपावत क्षेत्र का विकास करने का वायदा किया है। लोगों में उनका युवा मुख्यमंत्री होना क्लिक हो रहा है। उधर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने मुख्यमंत्री का समर्थन किया है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री निरंजनी पंचायती अखाड़ा के सचिव और श्री मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत श्री रविंद्र पुरी महाराज ने साधु संतों के साथ चंपावत विधानसभा क्षेत्र का दौरा कियाष। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पूर्व सैनिकों के सम्मेलन को संबोधित भी किया  जिसमें सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी समेत बड़ी तादाद में पूर्व सैनिकों ने भाग लिया। टनकपुर में धामी के समर्थन में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चुनावी जनसभा का होना इसलिए अंहम है क्योंकि चंपावत का गोरख पीठ से गहरा रिश्ता है। गुरु गोरखनाथ ने नेपाल से कुमाऊं आते हुए चंपावत में अखंड अखंड धूना जलाया था जो आज भी चल रहा है। इस मंदिर की बहुत मान्यता है। योगी आदित्यनाथ का भी चंपावत से गहरा नाता है। चंपावत विधानसभा क्षेत्र  मैदानी और पहाड़ी क्षेत्र में बंटा हुआ है। इसका ज्यादातर क्षेत्र मैदानी क्षेत्र है टनकपुर और बनबसा मैदानी क्षेत्र है जहां पर ज्यादातर मतदाता है जबकि चंपावत पर्वतीय क्षेत्र है। चंपावत उत्तराखंड का नेपाल से लगता हुआ सीमांत जिला है चंपावत का मैदानी क्षेत्र टनकपुर और बनबसा नेपाल की सीमा से लगा है इस क्षेत्र में पूर्णागिरि का मंदिर है जो नेपाल-भारत के संबंधों का सेतु है। उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और नेपाल के लोग पूर्णागिरी मंदिर के दर्शन करने के लिए बड़ी तादाद में आते हैं। इन दिनों यहा देवी के दर्शन करने के लिए  पदयात्रा  चल रही है। कुमाऊ की पहाड़ियों से आ रही शारदा नदी का यहां पर गंगा के जैसा स्थान है। मां शारदा की लोग पूजा करते हैं। मां शारदा नदी नेपाल और भारत की सीमा का विभाजन करती है मां शारदा के एक और भारत है और दूसरी ओर नेपाल इसलिए इस नदी का दोनों ही देशों के लोगों के लिए विशेष महत्व है। बतौर मुख्यमंत्री के धामी के चुनाव मैदान में उतरे हुए होने से विरोधी कांग्रेस पार्टी के मनोबल पर असर दिख रहा है। शहर हो या गांव यहां पर कांग्रेस के झंडे दूर दूर तक नजर नहीं आ रहे हैं। कांग्रेस पार्टी की उम्मीदवार निर्मला लोगों में अधिक चर्चित नहीं रही है।  कांग्रेस के  प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा,नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ,उप नेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी, विजय सारस्वत चंपावत विधानसभा क्षेत्र में डेरा डाले हुए हैं जबकि पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह, संजय पालीवाल चंपावत का चुनावी दौरा करके जा चुके हैं और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, कांग्रेस के प्रभारी देवेंद्र यादव भी दौरा करके गए है। देवी पूरा मजगांव के रहने वाले सुरेश उप्रेती कहते हैं कि हमारी ग्राम पंचायत बनबसा क्षेत्र नेपाल से जुड़ा है और यहां पर वन भूमि को लेकर समस्याएं हैं जो मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी हल कर देंगे ऐसी हमें उम्मीद है इस गांव के केसर सिंह का कहना है कि मुख्यमंत्री धामी के पक्ष में एकतरफा माहौल है कांग्रेस का यहां कोई नाम लेवा नहीं है इसलिए इस क्षेत्र के लोगों ने कांग्रेस मुक्त चंपावत का नारा दिया है। इसी गांव की 80 साल की चंचला  उप्रेती कहती है कि पुष्कर हमारा बेटा है वह कुमाऊं का राजा है। चंपावत के निवर्तमान विधायक कैलाश चंद्र ड़ी गहतोडी का कहना है कि मुख्यमंत्री ने चंपावत से चुनाव लड़ने का उनका आग्रह मानकर हमारा मान किया है जिसके लिए हम उनके आभारी हैं। पूर्व विधायक संजय गुप्ता का कहना है कि चंपावत के लोगों को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बहुत उम्मीद है और उनकी साफ-सुथरी छवि का पार्टी को बहुत फायदा मिल रहा है भाजपा संगठन ने पूरे चंपावत को पांच सेक्टर में बांटकर इनकी जिम्मेदारी अपने कैबिनेट मंत्रियों गणेश जोशी सौरभ बहुगुणा समेत पांच मंत्रियों को सौंपी हैं और कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास को चुनाव प्रभारी मंत्री बनाया  है. इसके अलावा विधायकों, प्रदेश पदाधिकारियों को जिम्मेदारी देकर बूथ मजबूत करने की रणनीति पर काम किया जा रहा है. दूसरी ओर राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावडे़, प्रदेश प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम, सह प्रभारी रेखा वर्मा ने भी चंपावत में डेरा डाल दिया है. चंपावत विधानसभा के सभी 151 बूथों पर भाजपा ने अपनी टीम में तैनात कर रखी है भाजपा इस बार चंपावत चुनाव में किसी भी तरह का जोखिम लेना नहीं चाहती इसलिए सभी मोर्चों पर चाक-चौबंद व्यवस्था की जा रही है कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने आरोप लगाया कि भाजपा ने क्षेत्र में भय का माहौल पैदा कर दिया है और सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया जा रहा है और हमारे कई कार्यालय बंद करा दिए गए हैं। कहने को समाजवादी पार्टी ने भी मनोज कुमार भट्ट को चंपावत से चुनाव मैदान में उतारा है परंतु उनके पोस्टर या झंडे बैनर तक नहीं दिखाई दे रहा है।
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