उत्तर प्रदेश

सतीश महाना विधानसभा अध्यक्ष, औपचारिक घोषणा शेष

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सतीश महाना विधानसभा अध्यक्ष, औपचारिक घोषणा शेष
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधानसभा अध्यक्ष के लिए आज सत्ता पक्ष भाजपा की तरफ से आठ बार के विधायक सतीश महाना ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। उनके अलावा किसी अन्य विधायक की तरफ से इस पद के लिए नामाकंन पत्र दाखिल न किए जाने के बाद अब सतीश महाना का इस पद पर सर्वसम्मति से विधानसभा अध्यक्ष बनना तय है जिसकी कल औपचारिक घोषणा की जाएगी। up cm yogi adityanath इससे पहले आज अटठारहवीं विधानसभा के सदस्यों को शपथ दिलाएं जाने की प्रक्रिया शुरू हुई जो कल तक चलेगी। प्रोटेम स्पीकर के तौर पर वरिष्ठ विधायक रमापति शास्त्री ने सबसे पहले नेता सदन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को विधानसभा की सदस्यता की शपथ दिलाई। इसके बाद सपा विधानमंडल दल के नेता अखिलेश यादव को उनके पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई गयी। इसके बाद अन्य विधानसभा सदस्यों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई गयी। राज्य सरकार की तरफ से शपथ लेने वाले मंत्रियों में,ब्रजेश पाठक,सूर्य प्रताप शाही,बेबी रानी मौर्य,लक्ष्मी नारायण चौधरी,जयवीर सिंह,नंदगोपाल नंदी,अनिल राजभर,योगेन्द्र उपाध्याय,नितिन अग्रवाल,कपिल देव अग्रवाल,संदीप सिंह,गिरीश यादव,गुलाब देवी,असीम अरूण,दयाशंकर सिंह,डा अरूण कुमार सक्सेना,मयंकेश्वर सिंह,बलदेव सिंह औलख सहित विभिन्न दलों से निर्वाचित होकर सदस्यों को क्रमवार शपथ दिलाई गयी। समाजवादी पार्टी के सदस्य जियाउर्ररहमान ने जहां उर्दू में शपथ ली वहीं भारतीय जनता पार्टी के कई सदस्यों ने संस्कृत में शपथ ली। भाजपा की मुक्ता संजीवराजा,संजय कुमार शर्मा,अनिल कुमार सहित कई अन्य सदस्यों ने संस्कृत में शपथ ली। शपथ ग्रहण के दौरान ही जब सिराथू से समावजादी पार्टी से निर्वाचित होकर आई डा. पल्लवी पटेल ने पद और गोपनीयता की शपथ ली तो सपा सदस्यों ने मेंजे थपथपाकर उनका स्वागत किया। जिस समय सपा के सदस्य मेजे थपथपाकर उनका स्वागत कर रहे थे उस वक्त सदन में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य भी मौजूद थे। उल्लेखनीय है सपा की डा पल्लवी पटेल ने श्री मौर्य को शिकस्त देकर विधानसभा में अपनी आमद दर्ज कराई है। विधायकों के शपथ में आज विधानसभा का नजारा अलग ही देखने को मिला। सपा के कई सदस्यों ने जहां जयभीम और जय समाजवाद के नारे लगाए तो भाजपा के सदस्यों ने जयश्रीराम राधे-राधे के जयकारे लगाए। सपा के अतिउत्साही कई सदस्यों ने जय-जय अखिलेश के भी नारे लगाए। शपथ समारोह के दौरान सदन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव दोनों ही मौजूद थे। आज कुल 343 सदस्यों ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। इस बार की विधानसभा में सबसे खास बात यह है कि नेता सदन और नेता प्रतिपक्ष दोनों ही पहली बार विधानसभा का चुनाव जीतकर आये है। विधानसभा में आज जहां सत्तारूढ भाजपा के कई सदस्य भगवा पटके गले में डालकर आये तो सपा के सारे सदस्य लालटोपियां पहनकर आये थे। शपथ के दौरान कई अन्य सदस्यों ने उर्दू में ही शपथ ली। जबकि जवाहरलाल राजपूत ने बुंदेलखण्डी भाषा में शपथ ली। सदस्यों को शपथ दिलाने वालों में प्रोटेम स्पीकर रमापति शास्त्री के अलावा सुरेश कुमार खन्ना,जयप्रताप सिंह,रामपाल वर्मा भी शामिल थे। कई सदस्यों को अपना शपथ पत्र पढनें में असुविधा हुई तो प्रोटेम स्पीकर के साथ खडे मार्शलों ने सदस्यों का सहयोग किया। five state assembly election Read also भाजपा को हराना कैसे मुमकिन? शपथ ग्रहण के बीच ही विधानसभा अध्यक्ष के तौर पर भाजपा की तरफ से प्रस्तावित पार्टी के वरिष्ठ विधायक सतीश महाना ने अपना परचा दाखिल किया। उनके नाम का प्रस्ताव जनसत्ता दल के विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने किया। इस दौरान नेता सदन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा अन्य वरिष्ठ विधायकों में सुरेश कुमार खन्ना डिप्टी सीएम ब्रजेश कुमार पाठक और केशव प्रसाद मौर्य कैबिनेट मंत्रियों सूर्य प्रताप शाही, चौधरी लक्ष्मीनारायण, जयवीर सिंह, संजय कुमार निषाद और राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)संदीप सिंह, आशुतोष टंडन, मनीष कुमार असीजा,कृष्णा पासवान एमएलसी विजय बहादुर पाठक के अलावा सहयोगी दल निषाद पार्टी के भी सदस्य मौजूद थे। नामांकन प्रक्रिया का समय तीन बजे तक निर्धारित था। समयावधि पूरी हो जाने के बाद भी कोई अन्य नामांकन पत्र दाखिल न होने के कारण सतीश महाना का विधानसभा अध्यक्ष बनना तय है। विधानसभा अध्यक्ष के प्रत्याशी सतीश महाना यूपी विधानसभा के आठ बार विधायक रहे हैं। उन्होनें 1991 में पहली बार छावनी विधानसभा से भारतीय जनता पार्टी से चुनाव जीता था। इसके बाद वह 1993,1996,2002,और 2007 तक इसी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीतते रहे। परिसीमन के बाद गठित नई विधानसभा महाराजपुर से उन्होंने2012, 2017, और 2022 का भी चुनाव जीता। सतीश महाना 1997 से 2002 तक भारतीय जनता पार्टी की तीनों सरकारों में राज्यमंत्री रह चुके है जबकि पूर्ववर्ती योगी आदित्यनाथ की सरकार में वह पहली बार औदयोगिक विभाग जैसे महत्वपूर्ण विभागों के कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं।
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