सोशल और डिजिटल मीडिया का विवाद : इस पर सारी दुनिया के राजनीतिक विश्लेषक एक राय हैं कि नरेंद्र मोदी को देश का प्रधानमंत्री बनाने और दूसरी बार ज्यादा बहुमत से चुनवाने में मीडिया और सोशल मीडिया की सबसे बड़ी भूमिका रही है। लेकिन दूसरे कार्यकाल में सोशल और डिजिटल मीडिया के बदलते रुख या स्वतंत्र रुख की वजह से परेशान केंद्र सरकार इन पर लगाम लगाने में जुट गई है। इस प्रयास में सरकार ने खुद को और देश को बड़ी मुश्किल में डाला हुआ है। दुनिया भर में देश की बदनामी हो रही है। सारे देश हैरान परेशान हैं आखिर क्यों भारत सरकार ट्विटर या दूसरी सोशल मीडिया कंपनियों के पीछे पड़ी है और किस वजह से डिजिटल मीडिया को नियंत्रित करने का प्रयास किया जा रहा है। बोलने और अभिव्यक्ति की आजादी को लेकर बहस छिड़ी है और भारत सरकार दुनिया से कह रही है कि वह उसे इस मसले पर लेक्चर न दे क्योंकि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है।
सोशल और डिजिटल मीडिया का विवाद
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