नई दिल्ली: सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीनी सैनिकों द्वारा सैनिकों की तैनाती में उल्लेखनीय वृद्धि पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि भारत ने समान सैन्य तैनाती की है और सीमा के भारतीय हिस्से में भी बुनियादी ढांचा तैयार किया गया है। जनरल नरवणे ने एएनआई को बतायाचीन ने पूर्वी लद्दाख और पूर्वी कमान तक काफी संख्या में (अपने बलों को) तैनात किया है। तैनाती में वृद्धि हुई है और यह हमारे लिए चिंता का विषय है। हम बुनियादी ढांचे के मामले में भी समान विकास कर रहे हैं। और सैनिकों की तैनाती भी कर रहे है। हम किसी भी घटना से निपटने के लिए काफी तैयार हैं। ( Concern over LAC)
also read: जल जीवन मिशन महिला संचालित और गांव संचालित है – पीएम नरेंद्र मोदी
दोनों देश नियंत्रण रेखा पर लंबित मुद्दों को सुलझा लेंगे
जनरल नरवणे ने कहा कि सेना प्रमुख को उम्मीद थी कि दोनों देश वास्तविक नियंत्रण रेखा पर लंबित मुद्दों को जल्द ही सुलझा लेंगे। जब बातचीत शुरू हुई थी तो लोगों को संदेह था कि क्या बातचीत से कुछ हल हो जाएगा। लेकिन मेरा दृढ़ मत है कि हम बातचीत के साथ अपने मतभेदों को हल कर सकते हैं और पिछले कुछ महीनों में यही हुआ है।
छह महीनों से घर्षण बिंदुओं पर स्थिति सामान्य रही ( Concern over LAC)
सेना प्रमुख जनरल नरवणे ने कहा कि पिछले छह महीनों से घर्षण बिंदुओं पर स्थिति सामान्य रही है। बातचीत चल रही है। हमने पिछले महीने 12 वें दौर की बातचीत की थी, और 13 वें दौर की बातचीत होने की भी उम्मीद है। शायद अक्टूबर के दूसरे सप्ताह तक इस 13वें दौरे की बातचीत भी हो जाएगी। भारतीय सेना और चीनी सैनिकों के बीच पिछले साल लद्दाख में गालवान घाटी में एक खूनी झड़प के बाद एलएसी पर एक तनावपूर्ण सीमा गतिरोध शुरू हो गया था। जिसके परिणामस्वरूप देशों को हताहत हुआ था। (Concern over LAC)