नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी दिल्ली की नई मुख्यमंत्री बन गई हैं। शनिवार को राजभवन में आयोजित एक समारोह में उप राज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने उनको पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। उनके साथ पांच और मंत्रियों ने शपथ ली। आतिशी दिल्ली की नौवीं मुख्यमंत्री हैं। उन्होंने सबसे कम उम्र में मुख्यमंत्री बनने का अरविंद केजरीवाल का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया है। केजरीवाल 45 साल की उम्र में सीएम बने थे, जबकि आतिशी 43 साल की उम्र में मुख्यमंत्री बनी हैं। वे दिल्ली की तीसरी और देश की 17वीं महिला मुख्यमंत्री हैं।
बहरहाल, शनिवार को शपथ लेने के बाद आतिशी ने अरविंद केजरीवाल के पैर छुए। आतिशी के बाद पिछली सरकार के चार मंत्रियों, सौरभ भारद्वाज, गोपाल राय, कैलाश गहलोत और इमरान हुसैन ने शपथ ली। नए चेहरे के तौर पर मुकेश अहलावत को मंत्री बनाया गया है। वे दलित समाज से आते हैं। राजकुमार आनंद के इस्तीफा से खाली हुई सीट पर अहलावत को मंत्री बनाया गया है। सरकार में अब भी एक मंत्री पद खाली है।
बहरहाल, शपथ ग्रहण के बाद नई सरकार के मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा कर दिया गया है। मुख्यमंत्री आतिशी ने शिक्षा, पीडब्लुडी और वित्त सहित 13 विभाग अपने पास रखे। उनके बाद दूसरे नंबर पर शपथ लेने वाले सौरभ भारद्वाज को स्वास्थ्य सहित आठ प्रमुख विभाग का जिम्मा दिया गया। बाकी मंत्रियों को विभाग भी वैसे ही जैसे पहले थे। नए मंत्री अहलावत को राजकुमार आनंद के विभाग दिए गए।
शपथ लेने के बाद आतिशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और अपनी प्राथमिकता बताई। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के लोगों की जिंदगी बदल दी है। मगर भाजपा वालों को यह पसंद नही आया, केजरीवाल को जेल में डाल दिया गया। उन्होंने कहा कि वे भाजपा का षड़यंत्र सफल नहीं होने देंगी। आतिशी ने कहा- केजरीवाल जब जेल से बाहर आए हैं तब उन्होंने फिर से मुख्यमंत्री का काम संभालने की जगह जनता की अदालत में जाना बेहतर माना है। चार महीने बाद चुनाव होने हैं आप सभी को केजरीवाल को फिर से भारी बहुमत से मुख्यमंत्री बनाना है। आतिशी ने कहा- मैं दिल्ली के काम नही रुकने दूंगी। अरविंद केजरीवाल अब जेल से बाहर आ गए हैं। मैं उनके मार्गदर्शन में दिल्ली की जनता के सभी रुके हुए काम कराने की कोशिश करूंगी।
गौरतलब है कि केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट ने शराब नीति में हुए कथित घोटाले में 13 सितंबर को जमानत दी थी। जेल से बाहर आने के दो दिन बाद केजरीवाल ने इस्तीफे का ऐलान किया था और इसके दो दिन बाद 17 सितंबर को केजरीवाल के आवास पर आम आदमी पार्टी के विधायकों की बैठक हुई, जिसमें आतिशी को नया नेता चुना गया। फरवरी में होने वाले चुनाव में अगर आप जीतती है तो अरविंद केजरीवाल फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे।